ओरमांझी, प्रतिनिधि. भगवान बिरसा जैविक उद्यान में बना पूर्वी भारत का सबसे बड़ा तितली पार्क मंगलवार को सैलानियों के लिए खोल दिया गया. तितली पार्क का उद्घाटन वन विभाग के अपर मुख्य सचिव एल ख्यांग्ते, पीसीसीएफ संजय श्रीवास्तव ने मंगलवार को संयुक्त रूप से किया. जू के डायरेक्टर जबर सिंह सहित वन विभाग के सभी अधिकारियों ने उद्घाटन के बाद पार्क में प्रवेश करने के लिए ऑनलाइन टिकट की खरीदारी की. टिकट लेने के बाद तितली पार्क का भ्रमण किया. इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने कहा कि ओरमांझी जू में मछलीघर, सांपघर विभिन्न प्रजाति के जानवर और पशु-पक्षी पहले से ही हैं. आज तितली पार्क भी सैलानियों के लिए खोल दिया गया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में पूर्वी भारत के सबसे बड़े तितली पार्क का उद्घाटन करने का अवसर मिला है. उन्होंने स्कूली बच्चों और आम लोगों से कहा कि अधिक से अधिक संख्या में आकर तितली पार्क को देखें और जानकारी लें. वही पीसीसीएफ संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कहा कि वन्य जीवों को बचाने के लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत है. मानव जीवन में जीव-जंतु का अपना अलग महत्व है. इसकी जानकारी बच्चों को अधिक होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि तितली की उम्र 15 से 20 दिन की होती है. इतने दिनों में ही तितलियां पूरे संसार को देख लेती हैं. मौके पर उद्यान के डायरेक्टर गब्बर सिंह, एसीएफ अशोक कुमार, जू के पशु चिकित्सा डॉ ओमप्रकाश साहू की अतिरिक्त वन विभाग के कई आला अधिकारी मौजूद थे.
20 एकड़ जमीन में बना है तितली पार्क
भगवान बिरसा जैविक उद्यान में तितली पार्क 20 एकड़ जमीन में बनाया गया है. दो करोड़ रुपये से छह वर्ष पांच महीने में पार्क बनाया गया है. कोविड-19 के समय तितली पार्क का काम रोक दिया गया था. तितली पार्क की आधारशिला झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री सह वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने 29 जून 2017 को रखी थी. उसी दिन मुख्यमंत्री ने पूर्वी भारत के सबसे बड़े मछलीघर का भी उद्घाटन किया था.
पार्क में 88 प्रजाति की तितलियां हैं
भगवान बिरसा जैविक उद्यान के बायोलॉजिकल पार्क के पास मछलीघर के बगल में बनाए गए तितली पार्क में वर्तमान में 88 प्रजाति की तितलियां हैं. पार्क को आकर्षक बनाने के लिए सैलानियों के लिए सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है. लगभग 100 से अधिक विभिन्न तरह के फूलों के पौधे लगाए गए हैं. तितली प्रजनन केंद्र भी बनाया गया है, जहां तितलियां अपने लारवा से तितली पैदा करती हैं.
पार्क घूमने वाले सैलानियों के लिए विशेष व्यवस्था
तितली पार्क घूमने आने वाले सैलानियों के लिए उद्यान प्रशासन ने कई तरह की व्यवस्था की है. सैलानियों के चलने के लिए पाथवे बनाया गया है, बैठने के लिए जगह-जगह पर शेड बनाए गए हैं.
ग्रुप टिकट की है व्यवस्था
उद्यान प्रशासन द्वारा जू घूमने आने वाले सैलानियों के लिए ग्रुप टिकट की भी व्यवस्था की गई है. वहीं जो लोग मछली घर और तितली पार्क घूमना चाहते हैं यदि दो टिकट लेंगे तो उन्हें पांच रुपये की छूट मिलेगी. मछलीघर और तितली पार्क का टिकट 30-30 रुपये है, दोनों घूमने के लिए ₹55 रुपये का टिकट लेना होगा. वहीं बच्चों के लिए ₹20 रुपये के टिकट की कीमत₹ 15 रुपये होगी. इसके अतिरिक्त समूह टिकट की व्यवस्था की गई है उस पर भी छूट दी गई है. वहीं ऑनलाइन टिकट की भीव्यवस्था की गई है.