मैट्रिक व इंटर के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्याकन पर संशय, सरकार लेगी निर्णय

राची : कोरोना के कारण लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ने से मैट्रिक व इंटर के रिजल्ट का इंतजार बढ़ गया. झारखंड एकेडमिक काउंसिल उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर संशय में है. जैक ने मूल्याकन की जो नए सिरे से तैयारी की है इसकी जानकारी स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को देगा. वहा से जो निर्देश मिलेगा उसी के आलोक में मूल्याकन पर निर्णय होगा. जैक सचिव महीप कुमार सिंह ने कहा कि मूल्याकन को लेकर अभी कुछ कह पाना संभव नहीं है. एक-दो दिनों में जो निर्णय होगा उसकी जानकारी दी जाएगी. गौरतलब है कि जैक ने 4 मई से मूल्याकन की तैयारी कर ली थी, 29 अप्रैल को जैक अध्यक्ष व सचिव ने सभी डीइओ के साथ वीडियो काफ्रेसिंग कर नए सिरे से मूल्याकन केंद्र की रिपोर्ट देने को कहा था, जिसमें शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कोरोना से बचाव के सारे मानक का पालन करना था.

14 ग्रीन जोन वाले जिलों में शुरू हो सकता है मूल्याकन

राज्य के कुल 24 जिलों में 14 ग्रीन जोन, 9 येलो, व केवल एक राची जिला रेड जोन में है. 24 जिले में जैक ने 19 जिलों में मूल्याकन केंद्र बनाया है. इस 19 में 9 येलो जोन, 1 रेड जोन व 9 ग्रीन जोन में है. सबसे अहम व अच्छी बात यह है कि जिन पाच जिलों लोहरदगा, लातेहार, चतरा, सरायकेला व खूंटी में मूल्याकन केंद्र नहीं बनाया गया है ये सभी ग्रीन जोन में हैं. यदि रेड व येलो जोन से केंद्र बदलकर इन पाच ग्रीन जोन वाले जिले में नया केंद्र बना दे तो कुल 14 जिले ऐसे हो जाएंगे जो ग्रीन जोन में होंगे. और मूल्याकन संभव हो सकता है. राची रेड जोन में है यहा कुल 13 मूल्याकन केंद्र हैं. जैक राची से केंद्र बदलकर बगल के ग्रीन जोन वाले जिला लोहरदगा व खूंटी में केंद्र बना सकता है.

मूल्याकन के हर विकल्प पर मंथन

जैक मूल्याकन को लेकर सभी संभव उपायों पर मंथन कर रहा है. उसकी योजना है कि मूल्याकन कार्य 15 दिनों के भीतर पूरा करा ले. इसके बाद रिजल्ट तैयार करने में 10 दिन लगेंगे. कुल मिलाकर योजना है कि मूल्याकन कराने की अनुमति मिल जाए तो मई के अंतिम सप्ताह या जून के प्रथम सप्ताह में छात्र-छात्राओं के हाथ में रिजल्ट होगा. इस बार अच्छी बात यह भी है कि जैक ने क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा तथा वोकेशनल की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकन परीक्षा समाप्त होने के साथ ही करा लिया था. इस कारण मूल्याकन शुरू होगा तो बोझ थोड़ा कम होगा.

बढ़ रहा लॉक डाउन, टल रहा मूल्याकन

इस बार मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा में करीब 6. 50 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. मूल्याकन 20 मार्च से ही शुरू होना था. जैक ने परीक्षा से लेकर रिजल्ट तक की सारी प्रक्रिया की बेहतर प्लानिंग कर रखा था. लेकिन कोरोना ने इस पर ब्रेक लगा दिया. पहली बार लॉक डाउन की घोषणा पर मूल्याकन 14 अप्रैल तक स्थगित किया गया. दूसरी बार 14 अप्रैल को लॉक डाउन बढ़ने पर इसे 3 मई तक स्थगित करना पड़ा. अब जबकि एक बार फिर लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ा दी गई है तो देखना होगा कि मूल्याकन भी स्थगित होता है या कोई रास्ता निकलता है.


Web Title : DOUBTS OVER EVALUATION OF MATRICULATION AND INTER ANSWER SHEETS, GOVERNMENT TO TAKE DECISION

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