झारखंड: अपने साले के साथ रिश्वत वसूलने मधुपुर पहुंचना देवघर के एक ड्रग इंस्पेक्टर को महंगा पड़ गया. मधुपुर के ही एक दवा व्यवसायी की शिकयत पर जाल बिछा कर इंतज़ार कर रही एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जीजा -साले को रंगे हाथों धर दबोचा और उसे अपने साथ लेकर दुमका चली गई. देर शाम ड्रग इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी मधुपर के चांदमारी मुहल्ले से की गई है.
आदिल रशीद नाम के पीड़ित दवा व्यवसायी के मुताबिक, वह पशु दवाखाना चलाते है, जिसका लाइसेंस रिन्यूअल कराना था. इस बात को लेकर आदिल ने आवेदन भी दिया था. लेकिन, ड्रग इंस्पेक्टर ने लाइसेंस रिन्यूअल के नाम पर घूस की मांग की थी. इतनी बड़ी रकम मांगे जाने पर व्यवसायी आदिल ने असहमति जताई तो ड्रग इंस्पेक्टर ने उसकी बात नहीं सुनी और फिर परेशान होकर आदिल ने एसीपी दुमका और रांची को 21 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई.
पीड़ित दुकानदार ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर अपने सहयोगी के साथ मधुपुर की दवा दुकानों का निरीक्षण करने पहुंचे. आदिल को भी पैसे तैयार रखने को कहा, जिसमें पहली किस्त के तौर पर 18 हज़ार देने की बात हुई थी. लिहाजा, जैसे ही ड्रग इंस्पेक्टर अपने साले के साथ दुकान पर रिश्वत की राशि लेने पहुंचा. वहां पहले से तैनात एसीबी की टीम ने तब स्पेक्टर को उसके साले के साथ ही घूस लेते रंगे हाथों पकड़ लिया.
आपको बता दें कि आदिल राष्ट्रीय की दुकान पर रिश्वत वसूलने पहुंचने से पहले मधुपुर के और भी कई दुकान गए थे. ड्रग इंस्पेक्टर के पास से और भी अतिरिक्त राशि बरामद की है. छापेमारी की कार्रवाई दुमका एसीबी के डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी की गई.