जमशेदपुर: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए सबसे हॉट सीट जमशेदपुर पूर्वी मानी जा रही है क्योंकि यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय तो है लेकिन चर्चा मुख्यमंत्री और रघुवर कैबिनेट में मंत्री रहे सरयू राय के बीच की है. इधर सरयू राय को जेडीयू ने पूरी तरीके से समर्थन किया है और पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह भी जमशेदपुर में कैंप किए हुए हैं लेकिन दावेदारी सभी की तरफ से देखने को मिल रही.
वहीं, जेडीयू के प्रवीण सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी है और वह बीजेपी को भी समझना चाहिए और जहां तक हम लोगों की बात है तो बिहार में हमारा गठबंधन है लेकिन पूरे देश में हम स्वतंत्र हैं.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जिस तरीके से सरयू राय ने लड़ाई लड़ी इसकी वजह से झारखंड इकाई ने पूर्ण समर्थन किया है. सूबे के मुख्यमंत्री का काम होता है सारे सीटों को जिताना लेकिन जो खुद जीतने के लिए प्रधानमंत्री का सहारा ले रहे हैं तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी स्थिति क्या है 12 तारीख को वोट होगा तो जनता बताएगी हकीकत क्या है.
बीजेपी के प्रतुल शाहदेव का कहना है कि कौन सी फाइट की बात कर रहे हैं आप? हमें तो नहीं लगता कि उस सीट पर कोई भी फाइट है हमारे मुख्यमंत्री जी जन-जन के हृदय में बसते हैं. जिस तरीके से उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में लगातार उस क्षेत्र के विकास के लिए कार्य किया और एक-एक व्यक्ति को वह नाम से जानते हैं तो जहां इतना लोकप्रिय नेता हो वहां किसी और से फाइट हो ही नहीं सकता.
हम मानते हैं कि वह सीट हम सबसे ज्यादा मार्जिन से जीतने वाले हैं निर्दलीय प्रत्याशियों के बारे में हमारे तरफ से कोई टीका टिप्पणी करना उचित नहीं और कोई भी आकर काम करें या ना करें इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता.
कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने भी बयान देते हुए कहा है कि मामले पर कांग्रेस का कहना है कि सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं और सभी मिले हुए हैं क्योंकि उन्हें पता है कि कांग्रेस का उम्मीदवार वहां मजबूत स्थिति में है जो बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार कोहरा रहे हैं. इसलिए सरयू राय को ताकत देने के लिए यहां आए हैं. वहीं, उन्होंने शरीराची पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि पूरे अपने कार्यकाल में उन्होंने मलाई खाने का काम किया और अब जब सीट से टिकट नहीं मिला तो भ्रष्टाचार का नाम लेकर उनके खिलाफ उतर गए हैं अगर वाकई उन पर नैतिकता है तो कांग्रेस का साथ देना चाहिए था.