झारखण्ड के छात्र रोजगार की कर रहे मांग, ट्वीटर पर HemantSarkarRozgarDo कर रहा ट्रेंड

धनबाद: कोरोना काल में सोशल मीडिया के जरिए ही सभी बड़े आंदोलनों हो रहे हैं. फिर चाहे वो आन्दोलन इन्साफ के लिए हो या फिर रोज़गार के लिए. इसी कड़ी में  झारखण्ड के छात्रों ने ट्वीटर पर #HemantSarkarRozgarDo आन्दोलन की शुरुआत कर दी है.

दरअसल, छात्रों का आरोप है कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखण्ड के युवाओं से एक साल में पांच लाख रोज़गार के वादे किए थे, पर वो वादे सिर्फ कोरे आश्वासन ही साबित हुए,  जिससे उनमें काफी नाराजगी के साथ ही आक्रोश भी है, जिस कारण अब वो सीधे सरकार से ही सवाल कर रहे हैं.  

झारखण्ड के युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री ने एक साल में पांच लाख नौकरियों की बात की थी. जबकि उनके कार्यकाल के आठवें महीने में भी युवाओं के हांथ खाली ही हैं और उन्हें सरकार की ओर से रोज़गार के एक भी अवसर प्राप्त नहीं हुए.

वहीं, JPSC और JSSC की परीक्षाओं में हो रही देरी को लेकर भी छात्रों में काफी गुस्सा है. छात्र बार-बार सरकार से पूछ रहे हैं कि परीक्षाएं आखिर कब होंगी और आखिर कब युवाओं को रोज़गार मिलेगा ?

मगर,  सरकार की ओर से इनकी इन तमाम समस्याओं  की सुध लेने वाला कोई नहीं है, इसी कारण अब छात्रों ने सोशल मीडिया का सहारा लिया है.  

इसी मुद्दे को लेकर झारखण्ड के युवा कुणाल प्रताप सिंह और उनके साथियों ने मिल कर ट्वीटर पर  7 सितंबर से #HemantSarkarRozgarDo आन्दोलन की शुरुआत की है जो की ट्वीटर पर काफी ट्रेंड कर रहा है और हर दिन करीब एक से ढेड़ लाख ट्वीट इस हैशटैग के साथ किए जा रहे हैं. इस हैशटैग साथ-साथ #conductjpscjssc भी विश्व में पांचवे और झारखण्ड में नंबर वन पर ट्रेंड कर रहा है.

बीते दिनों इसी #HemantSarkarRozgarDo के साथ बीजेपी नेत्री लुइस मरांडी ने भी ट्वीट करते हुए कहा की सरकार बनने के एक साल  के अंदर 5 लाख सरकारी नौकरियों का सब्जबाग दिखा कर युवाओं को दिग्भ्रमित करने वालों, नौकरी नहीं तो कम से कम नौकरी मिलने तक महीने के वो 5000 से 7000 का बेरोज़गारी भत्ता ही दे दो.  

एक ओर हेमंत सोरेन सरकार ने कोरोना काल को देखते हुए फिलहाल इस मामले में चुप्पी साधे हुए है, तो वहीं दूसरी ओर युवा छात्र कुणाल प्रताप सिंह और उनके सहयोगी, जिन्होंने इस हैशटैग की शुरुआत की है उनका कहना कि #HemantSarkarRozgarDo आन्दोलन तब तक नहीं रुकेगा, जब तक झारखण्ड के छात्रों को उनके सवालों का जवाब नहीं मिल जाता.

अब देखना ये है कि रोजगार के लिए किए जाने वाला ये आंदोलन आखिर कब रंग लाता है.   फिलहाल, उम्मीद तो यही की जा सकती है सरकार इन बेरोजगारों की आवाज को सुनकर जल्द से जल्द रोजगार के लिए कोई नया अवसर इन्हें जरूर प्रदान करें.

Web Title : JHARKHAND STUDENTS SEEKING EMPLOYMENT, HEMANTSARKARROZGARDO TREND ON TWITTER

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