झारखंड की बहुउद्देशीय कोनार नहर परियोजना 45 साल में भी पूरी नहीं हुई, 200 गुना बढ़ गया बजट

झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की अति महत्वाकांक्षी कोनार नहर सिंचाई परियोजना 45 सालों में भी पूरी नहीं हो सकी है. ताज्जुब की बात यह है कि परियोजना के प्रारंभ में इसका बजट 11 करोड़ रुपए था. अब यह राशि करीब 200 गुना बढ़कर 2176 करोड़ रुपए हो गई है. इस परियोजना से गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले के प्रखंडों में पटवन कर बंजर भूमि में हरियाली लाने का सरकारी उद्देश्य और ग्रामीणों के सपने पूरे नहीं हुए हैं. 45 सालों से किसान इस परियोजना के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं.  

 1978 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य : 

एकीकृत बिहार राज्य के समय 1978 में इस योजना की शुरुआत हुई थी. बिहार के तत्कालीन राज्यपाल जगरनाथ कौशल के द्वारा परियोजना की आधारशिला रखी गई थी. निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 11 करोड़ रुपए की लागत तय की गई थी. वर्तमान में 2176 करोड़ रुपए खर्च होने की बात कही जा रही है. कोनार सिंचाई परियोजना दक्षिण दिशा से बहकर उत्तर की तरफ प्रवाहित होकर उपरोक्त तीन जिलों में 62,895 हेक्टेयर जमीन सिंचित करेगी. इसमें खरीफ फसल 49 हजार 270 एवं रबी फसल 13626 हेक्टेयर है. इसके लिए अंडरग्राउंड एवं ओपेन नहर का निर्माण किया गया है. बताया जाता है कि अंडरग्राउंड नहर की कुल लंबाई लगभग 41 किलोमीटर है, जबकि चौड़ाई साढ़े 6 मीटर और ऊंचाई भी 6. 5 मीटर है. नहर की कुल लंबाई 404 किलोमीटर है.  

40वें साल उम्मीद जगाकर किया निराश : 

लंबे इंतजार के बाद 40वें साल 28 अगस्त 2019 को कोनार नहर परियोजना का उद्घाटन हुआ. तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने इसका उद्घाटन किया था. नहर में ट्रायल के लिए पानी छोड़ा भी गया. पानी से नहर लबालब भर गया था. लंबे इंतजार के बाद नहर का उद्घाटन होने और नहर में पानी भरा देख इलाके के लोगों में जबरदस्त उत्साह था. नहर में पानी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब उनकी बंजर जमीन में पटवन कर सालों भर हरियाली रहेगी. मगर 40 सालों का इंतजार और सपने उद्घाटन के महज कुछ ही घंटे में नहर के पानी के साथ बह गए. हुआ यूं कि दिन में परियोजना का उद्घाटन हुआ और नहर में पानी अधिक छोड़े जाने से रात्रि में नहर का कच्चा तटबंध टूट गया है. इससे इस परियोजना के उद्देश्य पर पानी फिर गया है. आज भी कोनार नहर में पानी की जगह धूल उड़ रही है.  

Web Title : JHARKHANDS MULTIPURPOSE KONAR CANAL PROJECT NOT COMPLETED EVEN IN 45 YEARS, BUDGET INCREASED 200 TIMES

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