लखनऊ : मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को 79वां जन्मदिन मनाया. इसके लिए समाजवादी पार्टी के ऑफिस में एक प्रोग्राम हुआ. शिवपाल और रामगोपाल यादव, दोनों इसमें शामिल नहीं हुए. पार्टी के नेशनल प्रेसिडेंट और मुलायम के बेटे अखिलेश यादव इसमें शामिल हुए. वो केक खाने को तैयार नहीं थे. इस पर मुलायम ने पार्टी के एक नेता किरणमय नंदा से कहा- उसे पकड़ो. इसके बाद अखिलेश को केक खिलाया गया. बता दें कि शिवपाल यादव और अखिलेश के बीच रिश्तों में पिछले साल से तनाव चल रहा है.
मुलायम के जन्मदिन का जश्न पार्टी हेडक्वॉर्टर में मनाया गया. पार्टी के तमाम बड़े नेता इसमें शामिल हुए लेकिन शिवपाल यादव नहीं पहुंचे. रामगोपाल यादव का भी इंतजार किया गया लेकिन वो भी नहीं आए.
प्रोग्राम के दौरान मुलायम स्टेज पर ही अखिलेश को कुछ समझाते नजर आए. जब बहस जैसे हालात बनते दिखे तो किरणमय नंदा बीच-बचाव करने लगे.
अखिलेश और मुलायम के बीच कुछ तल्खी नजर आई. अखिलेश ने तो केक खाने से भी इनकार कर दिया. बाद में मुलायम ने पार्टी के सीनियर लीडर किरणमय नंदा को बुलाया और उनसे अखिलेश को पकड़ने को कहा. इसके बाद अखिलेश को केक खिलाया गया.
हालांकि, बाद में मुलायम ने कहा- हम अखिलेश को आशीर्वाद देते रहेंगे. वो लड़का पहले है और नेता बाद में.
मुलायम ने मीडिया से बातचीत भी की. कहा, “बीजेपी झूठ बोलकर सत्ता में आई है. 15 लाख रुपए देने का वादा किया था. एक बार में नहीं दे सकते तो धीरे-धीरे करके दे दो. 5 साल में 3-3 लाख करके दे देते. हमने कहा था कि हम सरकार में आएंगे तो पढ़ाई, दवाई मुफ्त होगी. हमने ऐसा किया भी. ”
“पूरे देश मे ऐसा कोई प्रदेश नहीं, जहां कन्या विद्या धन दिया गया हो और शादी का पैसा सरकार ने दिया हो. हमारी सरकार के आते ही अखिलेश ने वादा पूरा किया. अब सब उसको फॉलो कर रहे हैं. हमने जो वादे किए थे, अखिलेश यादव ने सब पूरे किए हैं. ”
“समाजवादी पार्टी हमारे बनाए रास्ते पर चल रही है. भाषा के नाम पर भेदभाव नहीं करना चाहिए. हिन्दू-मुस्लिम के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए. महिला-पुरुष में भी भेदभाव नहीं करना चाहिए. सबसे ज्यादा अत्याचार महिलाओं पर हो रहा है. 65 फीसदी लोग ऐसे हैं जो पेट भर खाना खा रहे हैं पर 35 फीसदी लोगों को 2 टाइम भोजन नहीं मिल रहा है. ”