संकल्प दिवस पर की गई पाक व चीन अधिक्रान्त जम्मू - कश्मीर व लद्दाख को अनाधिकृत कब्जा से मुक्त करने की मांग

धनबाद : जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर, धनबाद चैप्टर ने संकल्प दिवस के अवसर पर भारत सरकार से संसद के दोनों सदनों द्वारा सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव पर शीघ्र अतिशीघ्र अमल करने तथा पाक व चीन अधिक्रान्त जम्मू - कश्मीर व लद्दाख को अनाधिकृत कब्जा से मुक्त करने की मांग की है.

शनिवार को गांधी सेवा सदन में एक अति आवश्यक बैठक हुई. अध्यक्षता अनंत नाथ सिंह ने की. वक्ताओं ने कहा कि जम्मू कश्मीर मुद्दे पर 14 नवंबर 1962 को भारत की संसद ने संकल्प तथा 22 फरवरी 1994 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था.

प्रस्ताव में कहा गया था कि जम्मू और कश्मीर राज्य भारत का अविभाज्य अंग है और रहेगा तथा उसे शेष भारत से पृथक करने के किसी भी प्रयास को विरोध किया जाएगा.

भारत की एकता, प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के विरुद्ध हर तरह के षड्यंत्र का प्रतिरोध करने की इच्छा शक्ति और क्षमता भारत में है. प्रस्ताव में यह स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि पाकिस्तान को भारत के राज्य जम्मू - कश्मीर के सभी क्षेत्र को खाली कर देने चाहिए.

प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि भारत के आंतरिक मामलो में हस्तक्षेप के किसी भी प्रयास का डटकर मुकाबला किया जाएगा. संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित इस सर्वसम्मत प्रस्ताव पर राष्ट्रीय स्मृति को ताजा करने तथा पाकिस्तान द्वारा अनाधिकृत कब्जे के सम्बंध में प्रकाश डालने के लिए हर वर्ष पूरे भारत में जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर के सभी चैप्टर व इकाइयों द्वारा सम्मेलन बैठक परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन किया जाता है.

बैठक में स्टडी सेंटर के झारखंड प्रांत सचिव इंद्रजीत सिंह, विजय झा, वीएन पाठक, गोपाल जी, अरविंद कुमार, मनोज कुमार, अभिजीत कुमार सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.