बालाघाट. सरेखा में रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण की हद में आ रहे अतिक्रमणकारियो को चिन्हित करने के बाद, नगर के बैहर रोड और बूढ़ी में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर अतिक्रमण को चिन्हित करने की कार्यवाही 10 फरवरी तक जारी रही. बैहर रोड में पूर्व में किए गए नापजोप में लगभग 150 से पौने दो सौ अतिक्रमणकारियों को चिन्हित किया गया. जिसके बाद बूढ़ी में दो दिनों से अतिक्रमण चिन्हित करने की कार्यवाही 10 फरवरी को तीसरे दिन भी जारी रही.
रानी अवंतीबाई चौक से ढीमरटोला तक राजस्व अमले के आरआई और पटवारियों ने सड़क सीमा क्षेत्र की हद में आ रहे अतिक्रमण को चिन्हित करने का काम किया. जिसमें लगभग 200 अतिक्रमण को चिन्हित किया गया है. हालांकि इसके बाद अन्य मार्ग में अतिक्रमण चिन्हित करने की कार्यवाही होगी या नहीं, इस पर अभी संशय है, जबकि जागरूक लोगों का कहना है कि बैहरोड और बूढ़ी के साथ ही भटेरा मार्ग पर भी सड़क की हद तक आने वाले अतिक्रमण को चिन्हित किया जाना चाहिए. चूंकि इस मार्ग पर भी आवागमन अत्याधिक है और अक्सर मार्ग में आवागमन में दिक्कतें होती है. फिलहाल, अब चिन्हित अतिक्रमणकारियों की जानकारी राजस्व विभाग, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही नपा को देगा. जहां से नोटिस जारी होने के बाद अतिक्रमण को हटाए जाने की कार्यवाही की जाएगी. हालांकि यह कब होगी, यह अभी तय नहीं है.
सड़क चौड़ीकरण के नाम से अतिक्रमण को चिन्हित कर उन्हें हटाने की बात कही जा रही है लेकिन इसको लेकर कोई प्लान नजर नहीं आ रहा है, चूंकि बैहर रोड में चिन्हित किए गए अतिक्रमण के आगे विद्युत खंबे है. जिन्हें हटाए बिना, आवागमन के लिए हटाए जाने वाले अतिक्रमण का कोई औचित्य नहीं रहेगा. वहीं अतिक्रमण मुक्त जगह पर सड़क बनाई जाएगी या ऐसे ही रखा जाएगा. यह भी निश्चित नही है. जिससे अतिक्रमणकारियों को चिन्हित कर तोड़ने के पीछे की मंशा, लोगों को समझ नहीं आ रही है. अच्छा होगा कि इस मामले में प्रशासन या नपा, चिन्हित अतिक्रमण को हटाए जाने के बाद किए जाने वाले प्रयासों को सार्वजनिक करें.