मतदान केन्द्रो में पड़े मतो के आंकड़े से हार-जीत का गणित बनाने में जुटे प्रत्याशी, मतदान प्रतिशत कम होने के बाद दोनो ही दलो में खामोशी का मंजर, 73.45 प्रतिशत मतदान दर्ज

बालाघाट. लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में प्रदेश की 06 संसदीय सीटो में बालाघाट-सिवनी संसदीय सीट पर गत 19 अप्रैल को मतदान कराया गया. नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में चुनाव शांतिपूर्ण रहा. संसदीय क्षेत्र के 5 विधानसभा बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, बरघाट और सिवनी में प्रातः 07 बजे से सायंकाल 06 बजे तक और तीन विधानसभा बैहर, परसवाड़ा और लांजी में प्रातः 07 बजे से अपरान्ह 04 बजे तक मतदान कराया गया. संसदीय क्षेत्र के सिवनी को छोड़कर शेष मतदान केन्द्रो में महिलाओं ने बढ-चढ़कर हिस्सा लिया.  जिले में कुल मतदान प्रतिशत 73. 45 प्रतिशत रहा. जिसमें 73. 42 प्रतिशत पुरूष और 73. 48 प्रतिशत महिलाओं तथा अन्य थर्ड जेंडर में 56. 25 प्रतिशत मतदाताआंे ने मतदान किया. जो वर्ष 2019 में हुए 77. 61 प्रतिशत से कम है.

18 लाख 73 हजार 653 मतदाताओं में 13 लाख 76 हजार 207 मतदाताओं ने किया मतदान 

जिले में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए हुए मतदान को आंकड़ा 20 अप्रैल की देररात जारी किया गया. जिसमें जिले में 73. 45 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. जिले के कुल 18 लाख 73 हजार 653 मतदाता में 13 लाख 76 हजार 207 मतदाताआंे ने मतदान किया हैं. जिसमें बैहर में 85961 पुरूष मतदाता एवं 91889 महिला मतदाता-कुल 177580 मतदाता, लांजी में 89415 पुरूष मतदाता एवं 91568 महिला मतदाता-कुल 180983 मतदाता, परसवाड़ा में 82896 पुरूष मतदाता एवं 86075 महिला मतदाता, 01 अन्य-कुल 168972 मतदाता, बालाघाट में 85459 पुरूष मतदाता एवं 85669 महिला मतदाता, 03 अन्य-कुल 171131 मतदाता, वारासिवनी में 73706 पुरूष मतदाता एवं 74292 महिा मतदाता-कुल 147998 मतदाता, कटंगी में 74444 परूष मतदाता एवं 75024 महिला मतदाता, 01 अन्य-कुल 149469 मतदाता, बरघाट में 92582 पुरूष मतदाता एवं 95194 महिला मतदाता-कुल 187776 मतदाता और सिवनी में 98509 पुरूष मतदाता एवं 93515 महिला मतदाता, 04 अन्य-कुल 192028 मतदाता ने मतदान किया.  

मतदान केन्द्रो में पड़े मतो के आंकड़े से जीत-हार का गणित बना रहे प्रत्याशी

बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र के 08 विधानसभाओं के 2322 मतदान केन्द्रो में 19 अप्रैल को हुए मतदान के बाद, मतदान केन्द्रो में पड़े मतों के आंकड़े, एजेंटो और पार्टी कार्यकर्ताओं से बुलाकर प्रत्याशी और पार्टी के लोग जीत हार का गणित बनाने में जुटे है. मतदान केन्द्रो में पड़े मतों के आंकड़े से प्रत्याशी, मिले मतों की गणना कर रहे है कि कहां उन्हें कम और ज्यादा मत मिले है. वैसे ही जिले में बीते 2019 के लोकसभा चुनाव में हुए मतदान प्रतिशत से कम मतदान होने पर भाजपा और कांग्रेस में खामोशी का मंजर बना है. कोई भी मतदान कम को लेकर होने वाले फायदे और नुकसान को लेकर कुछ भी बोलने से बच रहा है. ऐसे में प्रत्याशी के समर्थक और पार्टी के नेता एकदूसरे को फोन लगाकर मतदान के बाद हार और जीत का माहौल जानने का प्रयास कर रहे है. चूंकि मतगणना होने को अभी लंबा समय है. निर्वाचन आयोग के निर्धारित कार्यक्रम अनुसार, 04 जून को देश की सबसे बड़ी पंचायत के निर्वाचन की एक साथ मतगणना कराई जाएगी. जिसके बाद ही पता चलेगा कि किस प्रत्याशी के भाग्य का उदय और किसका भाग्य अस्त हुआ है.


Web Title : 73.45 PERCENT VOTING RECORDED IN BOTH PARTIES AFTER THE VOTING PERCENTAGE DECREASED,