कोविड संक्रमण को रोकने कलेक्टर ने ग्राम प्रधानों को चिट्ठी लिखकर मांगा सहयोग

बालाघाट. बालाघाट जिले में कोरोनो संक्रमण को फैलने से रोकने एवं कोरोना संक्रमित मरीजों के त्वरित उपचार में सहयोग करने के लिए कलेक्टर दीपक आर्य ने जिले की समस्त ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को चिट्ठी लिखी है और उनसे कहा है कि वे कोरोना महामारी के संकट काल में अपने गांव में कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करायें.

ग्राम प्रधानों को लिखे गये पत्र में कहा गया है कि विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 का संक्रमण जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भी व्यापक रूप से फैल रहा है. अतः ग्राम पंचायत के प्रत्येक ग्राम में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए पूर्व में गठित समिति, जिसमें कि ग्राम प्रधान, संबंधित ग्राम हल्का पटवारी, संबंधित ग्राम पंचायत सचिव, संबंधित ग्राम रोजगार सहायक एवं ग्राम कोटवार सम्मिलित हैं, के अतिरिक्त समाज के प्रतिष्ठित 5 से 10 व्यक्तियों की एक समिति का गठन किया जाए, जिसका कार्य मूल रूप से ग्राम में होने वाले शादी-विवाह तथा अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में 10 लोगों से अधिक की संख्या एकत्रित नहीं हो यह सुनिश्चित करना होगा. इन कार्यक्रमों के अलावा ग्राम में अन्य कोई भी सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम संपन्न नहीं होने दें.

ग्राम में बाहर से आये व्यक्तियों के लिए एक आगन्तुक पंजी का संधारण करने कहा गया है. इसके साथ ही ग्राम में बाहर से आने वाले व्यक्तियों को आगंतुक पंजी में सूचीबद्ध करना एवं कम-से-कम 5 दिवस के लिए क्वारेंटाइन में रखे जाने के उपरांत ही ऐसे व्यक्तियों को ग्राम में उनके परिवार अथवा अन्य किसी व्यक्ति से मिलने दिया जाना सुनिश्चित करने कहा गया है. ग्राम में सर्वे का कार्य कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा कार्यकर्ता के दल को घर-घर जाकर सर्वे कार्य में सहयोग प्रदान करना है. ग्राम में सर्दी, खांसी, बुखार इत्यादि लक्षण वाले व्यक्तियों की सूचना आशा कार्यकर्ता के माध्यम से सेक्टर चिकित्सक को देना है.

ग्राम प्रधानों से कहा गया है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में उपलब्ध राशि से शासन द्वारा निर्धारित दवाई की कोरोना किट का क्रय कर उपलब्ध रखें तथा सर्दी, खांसी, बुखार इत्यादि लक्षण वाले व्यक्तियों को कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार किये बिना आशा कार्यकर्ता या एएनएम के माध्यम् से उपलब्ध करायें, जिससे कि ऐसे मरीजों का समय पर ईलाज संभव हो सके. कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को ग्राम स्तर पर रोकने एवं संक्रमण की चैन को तोड़ने का यही कारगर तरीका है. ग्राम प्रधानों से अपेक्षा की गई है कि वे अपने स्वयं के नेतृत्व में इस कार्य में शासन प्रशासन का सहयोग कर अपने ग्राम पंचायत को कोरोना मुक्त करने का कार्य करेंगे. आपदा के इस समय में ग्राम प्रधान एवं समस्त ग्रामीणजनों का सहयोग अपेक्षित है.


Web Title : COLLECTOR WRITES TO VILLAGE PRADHANS SEEKING COOPERATION TO PREVENT COVID INFECTION