स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा एम्बेड परियोजना संयुक्त रूप से चला रही है दस्तक आभियान

बालाघाट. बच्चों में होने वाली विभिन्न बीमारियों का पता लगाकर उनके समुचित उपचार के उद्देश्य से दस्तक अभियान 19 जुलाई से 18 अगस्त तक आयोजित किया जा रहा है. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा एम्बेड परियोजना के संयुक्त दल द्वारा घर-घर जाकर बच्चों में पायी जाने वाली बीमारियों की सक्रिय पहचान और उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जा रहा है.

अभियान का उद्देश्य 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान और त्वरित प्रबंधन करना है, जिससे बाल मृत्यु दर में वांछित कमी लाई जा सके. इस अभियान के तहत प्रमुख रूप से विटामिन-ए की खुराक देना, कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराना, निमोनिया, डायरिया और मलेरिया रोग से ग्रस्त बच्चों का चिन्हांकन करते हुए आवश्यकतानुसार चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने की मुहिम चलाई गई है. एम्बेड परियोजना जिले के 7 विकासखंडो के 153 ग्रामों में दस्तक आभियान में सहयोग कर रहा है.

एम्बेड परियोजना, स्वास्थ विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग एक टीम की भांति ग्रामों में घर-घर दस्तक दे रहे है और घरों में मच्छर के लार्वा को ढूंढकर उसको नष्ट करने के साथ ऐसे स्थानों को भी निष्पादित कर रही है, जहां मच्छर पनपते है. बुखार से पीड़ित बच्चों या मलेरिया के लक्षण पाए जाने पर टीम मलेरिया की पुष्टि हेतु खून जांच कर त्वरित इलाज सुनिश्चित कर रही है. एम्बेड परियोजना की जिला समन्वयक कंचन सिंह ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान यदि किसी बच्चे में कोविड-19 के लक्षण तथा पिछले तीन दिन से बुखार, सांस लेने में कठिनाई, कोविड-10 संक्रमित व्यक्ति के संपर्क की हिस्ट्री हो आदि मिलने पर बच्चे को कोविड-19 की जांच के लिए रेफर करने का कार्य एम्बेड परियोजना कर रही है.


Web Title : DEPARTMENT OF HEALTH, WOMEN AND CHILD DEVELOPMENT AND EMBED PROJECT ARE JOINTLY RUNNING KNOCK ON DRIVE