भाजपा एजेंट के रूप में काम ना करें जिला निर्वाचन अधिकारी-अनुभा मुंजारे, एआरओ के निलंबन से संतुष्ट नहीं कांग्रेस-राजा सोनी, जब डीआरओ को जानकारी नहीं तो कैसे चल रही चुनावी प्रक्रिया

बालाघाट. 27 नवंबर को तहसील कार्यालय के अस्थायी स्ट्रांग रूम में बैलेट पेपर के बंडल बनाने का मामला गर्माता जा रहा हैं. कांग्रेस घटना के बाद से इस पर सवाल खड़े कर रही है. हालांकि स्ट्रांग रूम के निर्धारित समयावधि से पहले खोल लेने के चलते एआरओ पोस्टल बैलेट हिम्मतसिंह भवेदी को निलंबित कर दिया गया है. लेकिन इससे कांग्रेस संतुष्ट नहीं है. वहीं इसी दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी के मीडिया में बैलेट पेपर स्ट्रांग रूम की जानकारी नहीं होने के बयान सामने आने के बाद, इसको लेकर भी कांग्रेस ने हमला बोल दिया है.  

जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कांग्रेस की प्रेसवार्त में कांग्रेस प्रत्याशी अनुभा मुंजारे ने घटित घटनाक्रम को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी को भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य करने का आरोप लगाते हुए साफ कर दिया कि यदि मतगणना में किसी प्रकार की छेड़छाड़ या गलत प्रक्रिया को अपनाया जाता है तो उनकी नौकरी तो जाएगी ही और इसे रोकने में यदि मेरी जान भी जाती है तो इसकी जवाबदारी जिला निर्वाचन अधिकारी की होगी.  उन्होंने कहा कि अन्याय करना पाप है तो अन्याय सहना भी पाप है और हम जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा लोकतांत्रिक प्रक्रिया की किसी भी छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होने कहा कि इस बार विधानसभा क्षेत्र की जनता ने पूरे मनोयोग से वोट दिया है और कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है. जिससे घबराहट और मानसिक परेशानी में भाजपा प्रत्याशी गौरीशंकर बिसेन, दबाव बनाकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विरूद्ध कार्य करवा रहे है.  

कांग्रेस प्रत्याशी अनुभा मुंजारे ने कहा कि आखिर किस प्रक्रिया के तहत डाक मतपत्र स्ट्रांग रूप मंे भाजपा प्रत्याशी गौरीशंकर बिसेन के भतीजे शरद बिसेन, उनके चहेते के. जी. बिसेन और खासमखास चंदेला को वहां रखा गया था. जिसका जवाब हमें जिला निर्वाचन अधिकारी दे. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष मतगणना होनी चाहिए.  श्रीमती मुंजारे की मानें तो स्टैडिंग कमेटी में डाक मत पत्रांे को लेकर बताया गया था कि मतगणना दिवस पर खोला जाएगा फिर कैसे और किस प्रक्रिया के तहत बंडल बनाए जा रहे है. शुरूआत से ही कर्मचारियों को मतदान से वंचित करने का काम प्रशासन द्वारा किया गया. यदि गत दिवस तहसील कार्यालय के अस्थायी स्ट्रांग रूम में कोई गलत प्रक्रिया नहीं की गई तो कैसे एआरओ को निलंबित कर दिया गया. जिससे साफ है कि सरकारी तंत्र गलत काम कर रहा है, जिसकी सबसे बड़ी जवाबदारी जिला निर्वाचन अधिकारी की है. यह किसी के घर का नही बल्कि  लोकतंत्र का चुनाव है और इसकी लड़ाई हम आखिरी दम तक लड़ेंगे.  कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजा सोनी ने कहा कि जिले में मतगणना के कार्यो को लेकर लापरवाही बरती जा रही है और किस आदेश के तहत भाजपा प्रत्याशी के रिश्तेदार और खासमखास को बैलेट पेपर के छटनी में रखा गया. हमंे लगता है कि प्रशासन दबाव में काम कर रहा है और एआरओ के निलंबित पर कांग्रेस संतुष्ट नहीं है. कांग्रेस की मांग है कि जिला निर्वाचन अधिकारी को मतगणना से पहले हटाया जाए, चूंकि इनके रहते मतगणना, पारदर्शितापूर्ण नहीं होगी.


Web Title : DISTRICT ELECTION OFFICER ANUBHA MUNJARE, CONGRESS NOT SATISFIED WITH AROS SUSPENSION, SAYS RAJA SONI