बालाघाट. मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर ग्राम लिंगा लोहारा की पहाड़ी पर स्थित वारिस टेकरी, आनंद आश्रम में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आगामी 19, 20, 21 व 22 फरवरी को चार दिवसीय वारिस वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में वारिस पाक में आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं का आगमन होगा.
कार्यक्रम के अनुसार 19 फरवरी को रात्रि में मिलाद शरीफ, 20 फरवरी को सुबह 11ः30 बजे वारिस पियां का संदल एवं चादर के साथ वारिस टेकरी से आस्था रखने वाले, बड़ी संख्या में वारसियों की उपस्थिति में संदल निकलेगा. जो शहर के विभिन्न चौक, चौराहो से गुजरते हुए हक्कू शाह बाबा की दरगाह में चादर पेश करेगा. जिसके बाद कोसमी में बाबा कलंदर शाह की दरगाह और लोहारा पहाड़ी स्थित वारसी आश्रम परिसर में दरगाह शरीफ में चादर पेश की जायेगी. रात्रि 8 बजे के बाद मौला-ए-कायनात मुश्किल कुशा की महफिल में धार्मिक प्रवचन और नात पाक का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. 21 फरवरी को सुबह 09 बजे परचम कुशाई की रस्म अदा करने के बाद महफिले गजल में डॉ. निखलेश त्रिवेदी अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेगें. शाम 6 बजे भंडारा होगा. रात्रि 9 बजे जुलुस के साथ गागर शरीफ एवं भव्य आतिशबाजी का प्रदर्शन होगा. तत्पश्चात रात्रि 11 बजे महफिले शमा (कव्वाली) का आयोजन किया गया है. जिसमें बाहर से आये फनकार अली वारिस मुंबई तथा अन्य कव्वाल अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेगें. 22 फरवरी को वार्षिक उत्सव का विशेष प्रार्थना के साथ समापन होगा.
संरक्षक आजाद शाह वारसी ने कहा कि यह आयोजन कौमी एकता का संदेश समाज में देने के दृष्टिकोण से मिल का पत्थर साबित होता है. जहां पर सभी मजहब के लोग आस्था के अनुरूप भाग लेकर अपना समर्थन प्रदान करते है. इस बार उर्स और संदल प्रोग्राम में आने वाले सभी वारसियों, भक्त गणो से अपेक्षा हैं की वह कोरोना महामारी को देखते हुए कोविड नियमों का पालन करते हुए मास्क के साथ सेनेटाइजर का उपयोग जरूर करें,ताकि वह खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें.