कमला नेहरू अस्पताल में आग के बाद जागा स्वास्थ्य प्रबंधन, क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक ने किया एसएनसीयू का निरीक्षण, प्रसव के लिए रूपये मांगने पर होगी कार्यवाही

बालाघाट. प्रदेश की राजधानी भोपाल में सरकारी हमीदिया अस्पताल परिसर के कमला नेहरू अस्पताल में सोमवार रात 9 बजे भीषण आग लग गई थी. जिसमें शासकीय आंकड़े के अनुसार अब तक पांच बच्चों की मौत हो गई. हालांकि यह आंकड़े को कम दिखाने का आरोप कांग्रेस लगा रही है, लेकिन इस घटना के बाद स्वास्थ्य प्रबंधन जागकर जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्डो में फायर इंतजाम का निरीक्षण करने में जुट गया है.  

18 नवंबर को जबलपुर संभाग स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्रीय संचालक डॉ. संजय मिश्रा बालाघाट पहुंचे और एसएनसीयू के फायर इंतजाम का जायजा लिया. अमले के फायर को लेकर प्रशिक्षण सहित एनआरसी, प्रसूता वार्ड सहित अस्पताल की शासन द्वारा दी जाने वाली योजनाओं की जानकारी दी. निरीक्षण उपरांत डॉ. संजयसिंह ने एसएनसीयू में फायर इंतजाम सहित अस्पताल की व्यवस्था पर संतुष्टी जाहिर की. हालांकि उनका कहना था कि यह निरीक्षण, विभागीय प्रक्रिया का एक हिस्सा है. जिसमें अस्पताल की व्यवस्थाओं और कमियों को देखा जाता है और आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल की कमियों को वरिष्ठ अधिकारियो के संज्ञान में लाकर उसे दूर करने का प्रयास किया जाता है. जिला अस्पताल में संचालित सेंट्रल लेब का निरीक्षण करते हुए बताया कि यह 102 तरह की यूरिन और ब्लड की जांच हो रही है.  

उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर हमीदिया अस्पताल के परिसर के कमला नेहरू अस्पताल में हुई घटना को गंभीरता से लेते हुए एसएनसीयू में फायर इंतजाम की व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे थे. जहां फायर के माकूल इंतजाम दिखाई दिये. वहीं अमले को फायर का प्रशिक्षण भी दिया गया है. उन्होंने कहा कि एनआरसी में सभी बिस्तर भरे है, जहां ठंड के दौरान बच्चों के साथ भर्ती मां के लिए गर्म पानी की व्यवस्था के लिए सीएचएमओ को गीजर लगाने के लिए निर्देशित किया गया है.  

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की कमी का जल्द निराकरण कर लिया जायेगा. पीएससी की परीक्षा के बाद अस्पताल में चिकित्सक की पूर्ति कर दी जायेगी. उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय के प्रसूती वार्ड में प प्रसव कराने आने वाली महिलाओं के प्रसव के लिए रूपये मांगने की शिकायत उन्हें भी मिली है, जिसको लेकर सीएचएमओ को निर्देशित किया गया है, ऐसे मामले में नोटिस दे और फिर भी सुधार नहीं आता है तो रूपये मांगने वाले स्वास्थ्य अमले पर कार्यवाही की जायेगी. रात्रिकालीन पोस्टमार्टम के सवाल पर कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा ऐसी घोषणा की गई है जो हमें लिखित रूप से नहीं मिली है. इसका यदि लिखित आदेश आ जाता है तो जिला चिकित्सालय में रात्रिकालीन पोस्टमार्टम की व्यवस्था की जायेगी.  

जबलपुर संभाग स्वास्थ्य सेवायें क्षेत्रीय संचालक डॉ. संजय मिश्रा के निरीक्षण के दौरान सीएचएमओ डॉ. मनोज पांडेय, आरएमओ डॉ. अरूण लांजेवार, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. परेश उपलप सहित स्वास्थ्य अमला मौजूद था.

Web Title : HEALTH MANAGEMENT, REGIONAL HEALTH OPERATOR INSPECT SNCU AFTER KAMLA NEHRU HOSPITAL FIRE, ACTION TO BE TAKEN ON DEMAND FOR MONEY FOR DELIVERY