बोर्ड परीक्षा परिणाम: जिले के दो दर्जन से ज्यादा स्कूलो का 40 प्रतिशत से कम रहा परीक्षा परिणाम

बालाघाट. बीते 24 अप्रैल को माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल ने 10 वीं और 12 वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम, घोषित किए थे. हालांकि बीते वर्ष की तुलना में 10 वीं और 12 वीं के परीक्षा परिणामो में उछाल देखा गया है, जिसकी मुख्य वजह, कुछ स्कूलो के बेहतर परिणाम तो कई ऐसे भी स्कूल है, जहां 10 वीं और 12 वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम, 40 प्रतिशत से कम रहा है.  

एक जानकारी के अनुसार 10 वीं में ऐसे लगभग 20 स्कूल और 12 वीं के लगभग 08 स्कूल है, जहां का परीक्षा परिणाम 40 प्रतिशत से भी कम रहा है. जिसमें कुछ शहरी तो कुछ ग्रामीण अंचलों के स्कूल है, जहां के परिणामो, अपेक्षाकृत काफी कम है. हालांकि अभी बोर्ड परीक्षा परिणामों की समीक्षा होना बाकी है, संभवतः आगामी दिनो में समीक्षा बैठक के बाद निश्चित ही कम प्रतिशत परिणाम वाले, स्कूलो के प्राचार्यो से कम परीक्षा परिणाम की वजह जानने, नोटिस जारी होगा, लेकिन सवाल यह है कि पूरे साल, शिक्षकों को मिलने वाले मार्गदर्शन और सतत रूप से शिक्षा विभाग के मॉनिटरिंग के बावजूद, स्कूलों का प्रतिशत इतना कम क्यों है? जिसमें केवल विद्यार्थी ही दोषी है या फिर  शिक्षक और शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की भी कोई जिम्मेदारी है.  

बोर्ड परीक्षा परिणाम में 12 वीं के ऐसे पांच स्कूल है, जिसमें दो स्कूल का परीक्षा परिणाम 20 प्रतिशत से कम तो तीन स्कूलों का परीक्षा परिणाम 30 प्रतिशत से भी कम है. बनिस्मत 10 वी के परीक्षा परिणाम में भी यही स्थिति है. यहां एक स्कूल का 20 प्रतिशत से कम तो चार स्कूलों का 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम है.  

गौरतलब हो कि 24 अप्रैल को 10 वीं हाईस्कूल और 12 हायर सेकेंडरी बोर्ड के माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा घोषित किए गए परीक्षा परिणाम में हाईस्कूल में 3. 69 प्रतिशत तो हायर सेकेंडरी स्कूल में 17. 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिसमें हर साल की तरह छात्रो की अपेक्षा, छात्राओं के पास होने का प्रतिशत ज्यादा है. हाईस्कूल परीक्षा में 75. 43 प्रतिशत छात्राओं और हायर सेकेंडरी स्कूल में 72. 28 प्रतिशत छात्राओं ने परीक्षा पास की है, हालांकि यह सही है कि साल दर साल, बोर्ड परीक्षा की रैकिंग में उछाल आया है. तीन साल की तुलनात्मक अध्ययन पर गौर करें तो 2022 बोर्ड परीक्षा में जिले की 10 वीं की रैकिंग 32 और 12 वीं की रैकिंग 48 थी. वहीं 2023 में 10 वीं की रैकिंग 16 और 12 वीं की रैकिंग 23 थी. वहीं 2024 में परीक्षा परिणाम में 10 वीं की रैकिंग 03 और 12 वीं की रैकिंग 14 वे स्थान पर रही है, लेकिन अपेक्षाकृत, शिक्षा विभाग में होने वाले नवाचार, लगातार मॉनिटरिंग और शिक्षकों के प्रशिक्षण के बावजूद, परीक्षा परिणाम में वह सुधार ना होना, कहीं ना कहीं जिम्मेदारों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े करती है.

इन स्कूलों का 40 प्रतिशत से कम रहा परीक्षा परिणाम

एक जानकारी के अनुसार 10 वीं बोर्ड में शासकीय हाईस्कूल कोपे का 16. 67 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल देवगांव का 22. 22 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल फुलचुर का 23. 81 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल नाटा का 25 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल सरेखा का 25. 86 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल लिंगमारा 32. 35 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल नेवरवाही का 33. 33 प्रतिशत, शासकीय उमा. विद्यालय कटोरी का 33. 68 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल लड़सड़ा का 35 प्रतिशत, शासकीय उमा. विद्यालय कुमादेही का 36. 17 प्रतिशत, शास. हाईस्कूल कोयलारी का 33. 67 प्रतिशत, शास. हाईस्कूल धरपीवाड़ा का 36. 84 प्रतिशत, शास. उमा. विद्यालय वरूड का 37. 37 प्रतिशत, शास. उमा. विद्यालय कन्या खैरलांजी का 38. 24 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल खुरसोड़ी का 38. 89 प्रतिशत, शास. उमा. विद्यालय बल्हारपुर का 39. 06 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल लवेरी का 39. 13 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल टेंगनीखुर्द का 39. 13 प्रतिशत, शास. हाईस्कूल बेलगांव का 39. 53 प्रतिशत, शास. हाईस्कूल बीसापुर का 39. 66 प्रतिशत, परीक्षा परिणाम रहा. इसी प्रकार 12 वीं बोर्ड में शास. उमा. विद्यालय मजगांव का 13. 51 प्रतिशत, शा. उमा. विद्यालय पाथरी का 16. 67 प्रतिशत, शास. उमा. विद्यालय गर्रा का 22. 22 प्रतिशत, शास. उमा. विद्यालय कुम्हारीकला का 23. 08 प्रतिशत, शास. उमा. विद्यालय टेकाड़ी (ला) का 24 प्रतिशत, शासकीय हाईस्कूल कटंगझरी (लाल) का 32. 73 प्रतिशत, शास. उमा. विद्यालय खुरमुंडी का 34. 18 प्रतिशत और शासकीय उमा. विद्यालय कंजई का 37. 04 प्रतिशत, परीक्षा परिणाम रहा.


इनका कहना है

बोर्ड परीक्षा परिणाम की समीक्षा बैठक में समीक्षा की जाएगी. जिस स्कूलो का बोर्ड परीक्षा परिणाम कम रहा है, उन स्कूल प्रमुखो पर लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देशानुसार कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी.  

अश्विनी उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी


Web Title : BOARD EXAM RESULTS: MORE THAN TWO DOZEN SCHOOLS IN THE DISTRICT HAVE LESS THAN 40 PERCENT RESULT