मरीजों की मौत के आंकड़े जारी नहीं किये तो होगा घेराव-शेषराम राहंगडाले,आंकड़ो को जानबूझकर छिपाया जा रहा-श्याम पंजवानी, कांग्रेस ने लगाई आरटीआई

बालाघाट. नये मरीज नहीं आने और कोरोना मरीजों की संख्या से ज्यादा 6 लोगों की कोरोना से मौत के मामले पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. गौरतलब हो कि 3 दिनों में कोरोना से 6 मरीजों की मौत मामले के प्रकाशन के बाद कांग्रेस ने स्वास्थ्य विभाग विभाग से मृतकों के आंकड़े सार्वजनिक किये जाने की बात कही है. गत दिनों कांग्रेस प्रवक्ता विशाल बिसेन ने कोरोना से मरने वालों के आंकड़े देने की बात कही थी, वहीं अब कांग्रेस उपाध्यक्ष और शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने भी आंकड़े जारी करने की बात दोहराई है, जबकि कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले ने कहा कि यदि स्वास्थ्य विभाग आंकड़े जारी नहीं करता है तो स्वास्थ्य विभाग का घेराव किया जायेगा.  

वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहंगडाले ने 3 दिनों में 6 लोगों की मौत मामले को लेकर गंभीर आरोप भी लगाये है, उन्होंने आशंका जाहिर की है कि किसी राजनीतिक दबाव में राजनीति से प्रेरित व्यक्ति को लाभ पहुंचाने की मंशा से स्वास्थ्य विभाग ने नये आंकड़े जोड़े है. जिससे मौत के एकाएक बढ़ाये गये आंकड़ो को लेकर स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लग रहे है.  

कांग्रेस उपाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले ने कहा कि यह सर्वविदित है कि कोरोना कॉल में कोरोना से मौत के आंकड़े छिपाये गये है, जबकि कांग्रेस का यह आरोप है कि कोरोना कॉल में कोरोना से मरने वालों की संख्या शासकीय आंकड़ो से कहीं ज्यादा है और यह बढ़े आंकड़े कांग्रेस के आरोपों की सच्चाई को बयां भी करते है. उन्होंने सवाल खड़ा किया कि जब नये मरीज भर्ती नहीं हुए है तो मृतकांे की संख्या कैसे बढ़ गई? 

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस शहर अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने कहा कि यह सब आंकड़ो की जादूगरी है, अब स्वास्थ्य विभाग को खुद समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें. उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना से मौत का आंकड़ा, शासकीय आंकड़े से कहीं ज्यादा है, मोक्षधाम में कोरोना महामारी के दौरान जलते शव इसकी गवाही देते थे कि रोजाना ही दर्जनांे लोगों की मौत, कोरोना से हुई है. जानबूझकर कोरोना से मौत के आंकड़े छिपाने का प्रयास किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि कांग्रेस कमेटी की ओर से स्वास्थ्य विभाग और नपा में अप्रैल से जून के दौरान मरने वाली की संख्या के लिए आरटीआई लगाई गई है. जिसके निर्धारित 30 दिन पूरे हो जाने के बाद भी जानकारी नहीं दी गई है. उन्होंने मौखिक तौर पर पता चला है कि अप्रैल से जून के दौरान लगभग 8 लोगों की जिला चिकित्सालय और नगरीय क्षेत्र में मौत हुई है, यह सभी मौतों की वजह कहीं न कहीं कोरोना है, लेकिन अब तक आरटीआई के तहत जानकारी नहीं दी गई है, जिसको लेकर वह लगातार प्रयास कर रहे है और यदि जानकारी नहीं दी जाती है तो वह इसको लेकर न्यायालय का दरवाज खटखटायेंगे.  

नहीं मिला कोई जवाब

जिले में बीते 16 जुलाई से 20 जुलाई के दौरान 6 लोगांे की मौत मामले को लेकर जब हमने जिले के कोविड प्रभारी मंत्री रामकिशोर कावरे और कलेक्टर दीपक आर्य से उनके दूरभाष नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो मोबाईल पर रिंग बजते रही लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला. वहीं आयुष मंत्री से हमने उनके व्हाट्सप नंबर पर संदेश डालकर भी पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला.


Web Title : IF DATA ON DEATH OF PATIENTS IS NOT RELEASED, GHERAO SHESHARAM RAHANGDALE, DATA BEING DELIBERATELY CONCEALED SHYAM PANJWANI, CONGRESS IMPOSES RTI