2017 में विशाल बिसेन ने की थी मोतीतालाब का रामाबापु ताल करने की मांग, जियोस की बैठक में मोतीतालाब का नाम दानवीर रामाबापू नगपुरे के नाम करने के प्रस्ताव का किया गया अनुमोदन

बालाघाट. मोतीतालाब का नामकरण दानदाता रामाबापु के नाम से किये जाने की लोधी समाज की मांग को युवा नेता विशाल बिसेन ने समर्थन देते हुए मोती तालाब का नाम रामाबापु ताल करने की मांग की थी.

गौरतलब हो कि मोतीतालाब के लिए 52 एकड़ जमीन का दान करने वाले दानदाता स्व. रामाबापु के वंशजों से युवा नेता विशाल बिसेन नेे मुलाकात करने के बाद मोतीतालाब का नामकरण रामाबापु ताल के नाम से किये जाने की मांग की. उन्होंने लोधी समाज एवं रामाबाबू के परिवार के ताल को रामाबापुर ताल किये जाने की मांग को जायज बताया था. उन्होंने कहा था कि मोतीतलाब का नाम रामाबाबू ताल होना चाहिए और दानदाता को सम्मान मिलना चाहिये. ताकि आने वाली पीढ़ी को दानदाता का परिचय मिल सके. उस दौरान दानदाता स्व. रामाबापु के वंशज प्रताप नगपुरे ने कहा था कि यदि दानदाता के नाम से तालाब का नामकरण किया जाता है तो इससे समाज में दान देने वालों के बीच एक अच्छा संदेश जायेगा. जिसकी मांग परिवार कर रहा है.

सालों से मोती तालाब के लिए 52 एकड़ की जगह दान करने वाले दानदाता स्व. रामबापु, लोधी समाज और विशाल बिसेन की मांग, आज रंग लाई है. जब गत दिवस प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग की अध्यक्षता में आयोजित जिला योजना समिति की बैठक में मोतीतालाब का नाम दानवीर रामाबापू नगपुरे के नाम पर करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया.  

जिला कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता और वैनगंगा मजदूर यूनियन अध्यक्ष विशाल बिसेन ने कहा कि दानदाता स्व. रामाबापु के नाम से मोतीतालाब का नामकरण किये जाने से ना केवल दानदाता स्व. रामाबापु को सच्चा सम्मान मिलेगा बल्कि वंशजो की वर्षाे की मांग भी पूरी हुई है. क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्होंने समाज और वंशजों की इस मांग को शासन, प्रशासन तक पहुंचानेे का प्रयास किया गया था, जो आज रंग लाया है. जिसकेे लिए लोधी समाज और दानदाता स्व. रामाबापु के वंशज, इसके वास्तविक हकदार है.  


Web Title : IN 2017, VISHAL BISEN HAD DEMANDED TO RENAME MOTITALAB AS RAMABAPU TAAL, IN THE MEETING OF GEOS, THE PROPOSAL TO RENAME MOTITALAB AFTER DANVIR RAMABAPU NAGPURE WAS APPROVED.