शिक्षक समस्या से जूझ रहा और बैठे है मौन साधे अधिकारी, मध्यप्रदेश शिक्षक संघ ने सालांे अर्जित अवकाश समस्या का निराकरण नहीं होने पर जताई नाराजगी, कोर्ट जाने की दी चेतावनी

बालाघाट. आदिवासी विकास विभाग हो या जिला शिक्षा कार्यालय, जहां के सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्या यह है कि सेवानिवृत्ति को सालों बीत गए लेकिन अर्जित अवकाश की राशि नहीं मिल सकी है. तीन साल पहले पहले बताया गया था कि लगभग 42 सौ लोगो की सूची भेजी गई है, लेकिन आज दिनांक तक मध्यप्रदेश शिक्षक संघ को इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है और ना ही सूची का कोई निराकरण हो सका है. शिक्षक साथी समस्या से जूझ रहे है और अधिकारी मौन साधे बैठे है. यह बात आदिवासी विकास विभाग और जिला शिक्षा अधिकारी से मिलने पहुंचे मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज चिले ने कही. उन्होंने बताया कि शिक्षक संघ का प्रतिनिधि मंडल अर्जित अवकाश और जनवरी 2023 से मिले 4 प्रतिशत डीए का एरियर्स मिलने में हो रही देरी पर चर्चा करने पहुंचे थे.

यहां उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए अपनी बात रखते हुए कहा कि समस्याए तो कई है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है. उन्होने कहा कि अधिकारियों की अनदेखी के कारण शिक्षक साथी सफर कर रहे है. यही नहीं बल्कि उच्च पदभार की प्रक्रिया भी अधर है, उच्च पद का प्रभार तो दे दिया गया है लेकिन पदस्थापना नहीं की गई है. जो भी प्रक्रिया पूरी रूकी पड़ी है. उन्होंने कहा कि एक-एक कर्मचारियों का लाखो रूपए बकाया है, जिसके ना मिलने से ब्याज का घाटा हो रहा है. ऐसे जिले में कई शिक्षक साथी है, जिनकी सेवानिवृत्ति को तीन से चार साल बीत जाने के बाद भी उन्हें मिलने वाली अर्जित अवकाश की राशि की प्रक्रिया लटकी पड़ी है. उन्होंने कहा कि यदि अधिकारियों ने समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन किया जाएगा. जिसके बाद मुख्यमंत्री से मिलकर मध्यप्रदेश शिक्षक संघ अपनी समस्याओं से अवगत कराएगा. बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होती है तो हम न्यायालय की शरण लेंगे.


Web Title : MADHYA PRADESH TEACHERS ASSOCIATION EXPRESSES DISPLEASURE OVER NON RESOLUTION OF YEAR EARNED LEAVE PROBLEM, THREATENS TO GO TO COURT