मंत्री, विधायक और अधिकारी-नहीं सुन रहे हमारी,वेयर हाउस संचालकों ने की किराये की मांग, चॉबी सौंपने पर आश्वासन के बाद माने संचालक

बालाघाट. जिले में लगभग 40 से 45 वेयर हाउस संचालकों के वेयर हाउस है, जो लगभग डेढ़ लाख टन की क्षमता के है, जिन्हें वेयर हाउस संचालकांे ने बैंक से लोन लेकर बनाया है, जिसे शासन ने किसानों से खरीदी गई उपज को रखने किराये पर लिया है, पर शासन से वर्ष 2016-17 से वेयर हाउस संचालकों को आज दिनांक तक किराया नहीं मिला है, जो बढ़कर 5 करोड़ तक पहुंच गया है. वेयर हाउस के किराये को लेकर विगत चार सालों से इंतजार कर रहे वेयर हाउस संचालकों के सब्र का बांध टूटने पर जिले के सभी वेयर हाउस संचालक, 9 सितंबर को अपने वेयर हाउस की चॉबी लेकर जिला प्रशासन को सौंपने पहुंचे थे, ताकि अब वेयर हाउस में रखे माल की जिम्मेदारी प्रशासन उठाये और उन्हें जिम्मेदारी से मुक्त करें या फिर उन्हें सालों से बकाया किराया भुगतान करें. हालांकि जिले के नवागत कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा से मिले सकारात्मक आश्वासन के बाद चॉबी सौंपने आये संचालक चॉबी लेकर लौटे.

मंत्री, विधायक और अधिकारी नहीं सुन रहे हमारी

वेयर हाउस संचालक एशोसिशन के जिला कार्यकारिणी से जुड़े वेयर हाउस संचालक श्रेयांस वैद्य ने कहा कि जिले के वेयर हाउस संचालक विगत चार सालों से किराये की समस्या से ग्रस्त है, जिसको लेकर वेयर हाउस संचालक ने एसडब्ल्युसी, नागरिक आपूर्ति निगम, एमडी, पीएस फुड से लेकर जिला प्रशासन और मंत्री एवं विधायक तक से गुहार लगाई, लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है. विगत 2 सितंबर को तत्कालीन कलेक्टर दीपक आर्य को ज्ञापन सौंपकर 7 दिनों के भीतर किराया नहीं देने पर 9 सितंबर को वेयर हाउस की चॉबी सौंप देने की बात कही गई थी, जिसको लेकर सभी वेयर हाउस संचालक आज वेयर हाउस की चॉबी सौंपने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि सभी वेयर हाउस संचालकों ने बैंक से लोन लेकर वेयर हाउस बनवाये है, इस आस में की शासन को किराये पर देकर मिलने वाली राशि से वह लोन का कर्ज पटा पायेंगे, लेकिन सालों से किराये नहीं मिलने पर बैंक में उनके खाते एनपीए होने की कागार पर है. ऐसी स्थिति में अब वेयर हाउस का संचालन संभव नहीं है, तत्कालीन कलेक्टर ने एसडब्ल्युसी और नान को किराया भुगतान करने कहा था लेकिन अधिकारी मानने को तैयार नहीं है बल्कि जब भी वेयर हाउस संचालकों ने किराये की मांग की, अधिकारी वेयर हाउस संचालकों को कलेक्टर का भय दिखाते रहे है.

चॉबी सौंपने आये पर आश्वासन पर चॉबी लेकर लौटे वेयर हाउस संचालक  

सालों से वेयर हाउस का किराया नहीं मिलने से आवेशित वेयर हाउस संचालक, प्रशासन को वेयर हाउस की चॉबी सौंपने आये थे. वेयरहाउस एसोसिएशन के बैनर तले कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा से मुलाकात कर वेयरहाउस के किराया भुगतान को लेकर चर्चा की. वेयरहाउस एसोसिएशन ने बताया कि  विगत लगभग 4 वर्षों से वेयर हाउस के किराये का भुगतान न होने से वेयरहाउस संचालकों को परेषानी हो रही है. इस दौरान वेयर हाउस एषोसिएषन की ओर से अध्यक्ष राजेष बोथरा, उमाषंकर धार्मिक, रिजवान राजा अली, हरीष जैरथ, सौरभ संचेती, श्रेयांस वैद्य, अमित बागरेचा, नवीन सुराना, संदीप वैद्य, विकास चतुरमोहता, दिलीप बागरेचा, मनोहर इसरानी, अजय जैन, सक्षम सुराना, दिनेष पटले, अखिल वैद्य, सुमित बागरेचा प्रवीण अग्रवाल सहित अन्य वेयर हाउस संचालक उपस्थित थे. नवागत कलेक्टर गिरिष मिश्रा से वेयर हाउस ऐसोसिऐषन ने नवागत कलेक्टर गिरिष मिश्रा से मुलाकात कर समस्या से अवगत कराया. जिस पर कलेक्टर मिश्रा ने आष्वासन दिया कि मामले की जानकारी लेकर वह वेयर हाउस एसोषिएषन से पुनः मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे. जिस आश्वासन के बाद वेयर हाउस संचालकों ने चॉबी सौंपने के निर्णय को वापस लेकर अपने साथ लाई गई वेयर हाउस की चॉबी साथ लेकर गये.


Web Title : MINISTERS, MLAS AND OFFICIALS ARE NOT LISTENING TO OUR WAREHOUSE OPERATORS DEMAND FOR RENT, AFTER ASSURANCE ON HANDING OVER OF CHOWBI, AGREES OPERATORS