पहली ही बारिश में खुली नपा के सफाई अभियान की पोल,चंद घंटो की बारिश में जलमग्न शहर, अब नहीं जागे तो फिर जलभराव का सामना करेगा शहर

बालाघाट. बालाघाट नगरपालिका की बारिश के पूर्व सफाई अभियान की पोल शुक्रवार को हुई चंद घंटे की बारिश ने खोलकर रख दी. शहर में बारिश के पानी की निकासी नालियों से नहीं होने के कारण शहर जलमग्न हो गया और शहर में जगह-जगह बारिश का पानी भरने से तालाब जैसी स्थिति हो गई. जिससे लोगों को परेशान होना पड़ा. वहीं शहर के कुछ स्थानो से घरो में पानी भरने की जानकारी मिली है.  

नगरपालिका मंे सफाई कर्मी के फौज होने के बावजूद बारिश से पूर्व शहर की नालों और नालियों की सफाई नहीं होने से शुक्रवार को हुई चंद घंटे की बारिश से शहर पानी से तरबतर हो गया. यह बालाघाट शहर की विडंबना है कि हर साल, बारिश में शहर की स्थिति तरबतर हो जाती है, हर साल नपा सफाई का बड़े-बडे़ दावा करती है लेकिन अक्सर बरसात में पानी की निकासी समुचित नहीं होने से नालियों से बहने वाला पानी शहर की सड़को में आ जाता है. जिसके चलते शहरवासियों को परेशानी उठानी पड़ती है.  

शुक्रवार 11 जून को तेज बारिश के कारण शहर के प्रमुख मार्गो से लेकर वार्डो में पानी की समुचित निकासी नहीं होने से कुछ ही देर की बारिश में जलभराव, तालाब के रूप में नजर आने लगा. यह स्थिति और चिंतनीय है जब स्वयं कलेक्टर, नपा के प्रशासक है. अब तक राजनीतिक जनप्रतिनिधि होने से सवाल उन पर खड़े होते थे, लेकिन अब सवाल प्रशासन और नपा पर खड़े हो रहे है. लोगों का कहना है कि बारिश के पूर्व नपा का सफाई अभियान कहां है? शहर में जलभराव नहीं होने के उसके दावे खोखले साबित हो रहे है.  

शुक्रवार को चंद घंटो की बारिश से नगर का अधिंकाश हिस्सा जलमग्न हो गया. जिसका खामियाजा लोगो का भुगतना पड रहा है. शहर की सड़को पर वाडो में जलभराव से शहर की जनता प्रतिवर्ष जूझते आ रही है लेकिन आग लगने के बाद कुंआ खोदने की कहावत को नपा प्रबंधन की कार्यप्रणाली चरितार्थ कर रही है. वर्षो से बरसात में जलभराव बालाघाट शहर की नियति बन गया है, शहरीय को क्लीन और ग्रीन शहर बनाने का ढिंढौरा पीटने वाले हर वर्ष जलभराव से निपटने खोखले दावें करते आ रहे है. जो शहर की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है. मानसुन की पहली चंद घंटो की बारिश में शहर हनुमान चौक, आम्बेडकर चौक, शहर के मुख्यमार्ग आदि जगहो पर जलभराव की स्थिति देखने को मिली. जिसको लेकर नगर पालिका प्रशासन की कार्यप्रणाली पर लोगो की उंगली उठने लगी है.  

नगरवासियों का कहना है कि हर साल की तरह इस साल भी शुरुआती मानसून ने नगरवासियों जूझ रहे है. शहर से सुविधाओं के नाम पर करोड़ो रुपयो का टैक्स वसूल करने वाली नगर पालिका न तो पर्याप्त नालियों एं नालों का निर्माण करा पा रही है और ना ही पूर्व में बनाए गए नालों व नालियों की साफ सफाई करा पा रही है. जिसके चलते पूर्व की भांति नगर वासियों में नपा के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है.  

 शुक्रवार को हुई चंद घंटों की बारिश ने नगर के विभिन्न इलाकों में जलभराव की स्थिति देखने को मिली जहां ना केवल नगर के निचले क्षेत्रों में जगह-जगह पानी भरा नजर आया बल्कि नगर के विभिन्न चौक चौराहों सहित मुख्य मार्गों में भी नालियों का पानी सड़कों से घंटों सड़कों से बहता रहा वहीं हनुमान चौक सहित अन्य जगहों पर जलजमाव की स्थिति देखी गई. इस बारिश में एक बार फिर नपा के बारिश के पूर्व किए गए तमाम इंतेजामो की ना सिर्फ पोल खोल दी है बल्कि नगर के वार्ड नं 1,2 3,4,10, 13, 21 और वार्ड नं 26 सहित अन्य वार्डो नपा की बद इंतजामी साफ देखी जा रही. सिर्फ निचले इलाकों में ही नही बल्कि नगर के प्रमुख चौक चौराहो एवं मार्गो में भी जल जमाव की स्थिति जस की तस नजर आ रही है. हनुमान चौक में बरसों से कायम पानी निकासी की व्यवस्था भी नही बन पाई है. जिससे आम लोगो सहित व्यापरियों में भी नपा के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है.


Web Title : NAPPAS CLEANLINESS DRIVE POLL OPENED IN FIRST RAIN, CITY SUBMERGED IN A FEW HOURS OF RAIN, IF NOT WAKEUP NOW, CITY TO FACE WATERLOGGING