नवविवाहिता से ससुरालवालों ने मकान बनाने 4 लाख रूपये मायके से दहेज लाने की रखी मांग

बालाघाट. भले ही हम 21 वीं सदी में जी रहे हो लेकिन आज भी दहेज की पुरातन परंपरा हमारा पीछा नहीं छोड़ रही है. आज भी विवाह के बाद महिलाओं को दहेज के लिए सताकर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, आलम यह है कि दहेज न लाने पर जान से मारने तक की धमकी दी जा रही है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जिसमें महिला की शिकायत पर पुलिस ने सिवनी जिले के उगली थाना अंतर्गत मोहबर्रा निवासी पति शैलेष लिल्हारे, ससुर श्यामलाल लिल्हारे, सास देवकाबाई लिल्हारे, ननद पुस्तकला मुंजारे, नंदोई जगत मुंजारे के अपराधिक मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है.

पीड़िता नवविवाहिता संतोषी (परिवर्तित नाम) का विवाह 23 अप्रैल 2019 को मोहबर्रा निवासी शैलेष लिल्हारे के साथ सामाजिक रितिरिवाज से हुआ था. विवाह के दौरान यथाशक्ति संतोषी के परिजनों और रिश्तेदारों ने उसे दहेज दिया था.  

जहां विवाह के कुछ समय बाद तक तो संतोषी, ससुरलाल में अच्छे से रही लेकिन दहेजलोभी ससुरालवालों ने फिर उसे माता-पिता के घर से कम दहेज लाने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे. चूंकि उसके ससुराल के पास ही उसकी ननद और नंदोई के रहने से वह भी संतोषी पर दहेज के लिए दबाव बनाने लगे. संतोषी के सामने ही मायके से कम दहेज लाने पर उसे ताना मारते थे कि यदि शैलेष की शादी अन्यत्र की होती तो इससे ज्यादा दहेज मिलता. जिसके बाद पति, सास, ससुर के साथ ही ननद और नंदोई ने मोहबर्रा में नया मकान बनाने के लिए संतोषी पर मायके से चार लाख रूपये लाने का दबाव बनाते हुए उसे रोजाना ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे. प्रताड़ना से तंग एक दिन संतोषी ने अपने मायकेवालों को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद वह परेशान होकर पति से मांगने जाने की बात कही. जिस पर पति ने उसे मायके छोड़ दिया. इस दौरान संतोषी गर्भवती हो गई थी. जब से वह प्रसव होने तक मायके में रही लेकिन कभी उसके पति और ससुरालवालों ने उसका हाल-चाल नहीं जाना.  

हालांकि बेटी होने पर पति और सास बालाघाट आये, लेकिन इस दौरान भी उनके चेहरे पर वह खुशी नहीं देखी गई बल्कि जाते-जाते यह कह गये कि मोहबर्रा आयेगी तो अपने साथ चार लाख रूपये साथ लेकर आना, मकान बनाने में खर्च लग रहा है. जिसके बाद फिर उन्होंने संतोषी की कोई खोजखबर नहीं ली और लगभग 4 चार माह अक्टूबर में उसे पति अपने साथ बेटी के मुंडन के बहाने मोहबर्रा लेकर गया, लेकिन पत्नी और बेटी को घर लाने के बाद भी संतोषी के ससुरालवालों का मकान बनाने के नाम पर रूपये मांगने की प्रताड़ना कम नहीं हुई. बेटी का मुंडन न कराकर वह संतोषी को दहेज में 4 लाख रूपये लाने के लिए प्रताड़ित करते रहे. एक दिन तो उसके पति शैलेष ने उसे गंदी गालियां देते हुए मारपीट की और जान से मारने तक की धमकी दे डाली. जिसकी जानकारी संतोषी ने अपने भाई को दी, जिसके बाद भाई ने मोहबर्रा पहुंचकर उसके ससुरालवालों से बात की लेकिन ससुरालवाले बिना दहेज के समझेंगे, ऐसा दिखाई नहीं देने पर भाई ने बहन संतोषी के जीवन को देखते हुए उसे अपने साथ बालाघाट घर ला लिया.  

जिसके बाद बीते मार्च 2021 को पति शैलेष बालाघाट आकर अपने साथ पत्नी और बेटी को लेकर मोहबर्रा लेकर आया. जहां एक बार फिर संतोषी को मकान का काम शुरू होने की बात कहकर कर्ज को चुकाने फिर पिता के घर से दहेज में चार लाख रूपये लाने के लिए ससुरालवालों द्वारा दबाव बनाया गया. जिससे परेशान संतोषी ने पति से कहा कि वह उसे मायके छोड़ दे, घर पर बात करती हूॅं, जिसके बाद पति ने उसे बालाघाट छोड़कर यह हिदायत देते हुए चला गया कि वह मोहबर्रा आये तो अपने साथ चार लाख रूपये लेकर आये अन्यथा न आये. जिससे व्यथित संतोषी ने फिर मोहबर्रा न जाकर मकान बनाने के नाम पर दहेज के रूप मंे मायके से चार लाख रूपये लाने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने एवं जाने से मारने की धमकी देने के मामले में महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई. जिसमें महिला थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर ससुरालवालों के खिलाफ धारा 498ए, 294, 504, 506, 34 ताहि और धारा 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है.


Web Title : NEWLY WEDS DEMAND DOWRY FROM IN LAWS TO BUILD HOUSES FOR RS 4 LAKH