अब शायद होगी खाद्य पदार्थो में मिलावट की जांच, आयुक्त ने दिए अभियान चलाए जाने के निर्देश, शहर का स्ट्रीट फुड कितना पौष्टिक?, शिकायत के लिए शासन ने जारी किए टोल-फ्री और हेल्पलाईन नंबर

बालाघाट. तत्कालीन कांग्रेस शासनकाल में शुद्ध से युद्ध अभियान के तहत की गई कार्यवाही के बाद ऐसी फिर कार्यवाही दिखाई नहीं दी. तत्कालीन कांग्रेस शासनकाल में इस अभियान के तहत बालाघाट में बड़ी मात्रा में मिलावट के मामले पकड़ाए थे, लेकिन तत्कालीन सरकार हटते ही यह कार्यवाही शिथिल पड़ गई. विगत कुछ समय से तो लगता नहीं है कि जिले स्तर में कोई खाद सुरक्षा विभाग है, इसका एक प्रमुख कारण, लंबे समय से एक ही जगह में अधिकारियों के जमे रहने से जान, पहचान को एक बड़ा कारण, जानकार मानते है. बालाघाट शहर में स्ट्रीट फुड के स्टॉल तो ऐसे खुल गए है, जैसे बरसात में कुकुरमुत्ते उग आते है, इन स्ट्रीट फुड का फुड सेहत के लिए कितनी सुरक्षित है, इस पर एक बड़ा सवाल है, चूंकि शहर की सड़को के किनारे लगने वाली दुकानों में अधिकांश दुकानों में खाद्य पदार्थ खुले में रखा रहता है, यही नहीं बल्कि अब तो मिठाई दुकानो में भी एफएसएसएआई के निर्धारित किए गए निर्माण और एक्सपायरी तिथि तक लिखा जाना बंद हो गया है. जिसकी ओर किसी का ध्यान नहीं है.  

बहरहाल अब डॉ. मोहन यादव की सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है, और मिलावटखोरी से सावधान हो जाने की बात कही है, वही मिलावटखोरी को लेकर सरकार ने ना केवल उपभोक्ताओं के लिए टोल फ्री नंबर 1800112100 और सी. एम. हेल्पलाइन नंबर 181 जारी करते हुए इन नंबरों पर शिकायत की बात कही है. वहीं आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं नियंत्रक डॉ. सुदाम खाड़े ने बताया कि मिलावट पर रोकथाम के लिए प्रदेश व्यापी अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए है. अभियान में जिला स्तर पर खाद्य सुरक्षा विभाग, खाद्य नागरिक आपूर्ति, नापतौल, पुलिस, राजस्व, दुग्ध संघ आदि विभागों की संयुक्त टीम बनाकर नियमित निरीक्षण एवं कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं. अभियान में संवेदनशील क्षेत्र का चिन्हांकन कर नियमित जांच और सर्विलेंस प्लान तैयार कर प्रभावी कार्यवाही की जायेगी. आयुक्त डॉ. खाड़े ने आमजन से मिलावट के प्रति सतर्क रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उपभोक्ता मिलावट की शिकायत टोल फ्री नंबर 1800112100 एवं सी. एम. हेल्पलाइन नंबर 181 पर कर सकते हैं.

आयुक्त डॉ. खाड़े ने बताया कि चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, मैजिक बॉक्स के माध्यम से स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्राओं को खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करने संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रत्येक विद्यालय में खाद्य सुरक्षा जागरूकता के लिए विद्यार्थियों का हेल्थ क्लब गठित किया जाएगा. आंगनवाड़ी केन्द्रों, स्कूलों के मध्याह्न भोजन खाद्य सामग्री की जांच मैजिक बॉक्स, चलित खाद्य प्रयोगशालाओं के माध्यम से की जाएगी. अभियान में लायसेंस रजिस्ट्रेशन की जांच, मिलावटी खाद्य पदार्थ के निर्माण में लिप्त प्रतिष्ठानों पर जप्ती, सीलिंग की कार्यवाही की जाएगी.

चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला से दूध, दुग्ध उत्पाद के नमूनों, खाद्य तेल एवं मसालों की अधिकतम जांच, समस्त क्षेत्रों विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरूकता कार्यक्रम किये जायेंगे. मिलेट आधारित भोजन के प्रोत्साहन तथा उपयोग को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से मिलेट मेले का आयोजन किया जाएगा. शहरी क्षेत्रों के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में भी ईट-राइट गतिविधियां तथा जनजागरूकता अभियान विभिन्न विभागों के सामंजस्य से आयोजित किए जाएंगे.


Web Title : NOW PERHAPS THERE WILL BE AN INVESTIGATION OF ADULTERATION IN FOOD ITEMS, THE COMMISSIONER GAVE INSTRUCTIONS TO RUN A CAMPAIGN