कमलेश खरोले, लालबर्रा.
विगत 11 एवं 12 मार्च की दरमियानी रात्रि में अंकुश पिता राजेंद्र दीवान को घायल अवस्था में उनके साथियों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालबर्रा लाकर प्रातः 5 बजे भर्ती कराया गया था और अंकुश को हॉस्पिटल में छोड़कर सभी साथी फरार हो गए थे. जिसके बाद डॉक्टर ने अंकुश को मृत घोषित कर दिया था.
घटना के बाद मामला थाने तक पहुंचा और पुलिस द्वारा अंकुश के साथियों को राउंडअप कर उनसे पूछताछ की गई थी. जिसमें उसके साथियों ने पहले पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि वह बिजली का तार चोरी करने गए थे. जहां बिजली के खंभों से तार खोलते समय करंट लगने से अंकुश की करंट से मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस ने मृतक अंकुश के साथियों से लगभग 70 से 80 हजार रूपये कीमत के दो बंडल बिजली तार बरामद किये थे. साथ ही मामले की विवेचना के दौरान पुलिस ने बिजली का तार चोरी परिवहन में लिप्त ऑटो को भी जप्त किया था. जिसमें पुलिस द्वारा सभी आरोपियों पर चोरी का मामला कायम किया था.
जबकि अंकुश के परिजन उसे हत्या बता रहे है और उनका कहना है कि उसके साथियों द्वारा ही अंकुश को करंट लगाकर उसकी हत्या की गई, जिनके खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया जायें. परिजनों द्वारा 18 मार्च को लालबर्रा थाना पहुंचकर एएसआई जयंत पिछोड़े को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच किये जाने की मांग की गई.
इनका कहना है
मेरे पुत्र की उसके दोस्तों द्वारा करंट लगाकर हत्या की गई है. पुलिस प्रशासन से मांग है कि सभी आरोपियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाये.
राजेंद्र दीवान, मृतक अंकुश का पिता
पुलिस द्वारा अंकुश की मृत्यु पर की गई विवेचना से हम संतुष्ट नहीं है. अंकुश की मृत्यु को बिजली करंट से जोड़कर पुलिस मामले को दूसरे दिशा में ले जा रही है. पुलिस प्रशासन से मांग है कि अंकुश दीवान की मृत्यु की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाये.
संजय वराडे, मृतक अंकुश का मामा
आज ग्राम नगपुरा के ग्रामीण और अंकुश के परिजन थाना पहुंचे थे. जिनके द्वारा अंकुश दीवान की मृत्यु की निष्पक्ष जांच के लिए आवेदन दिया गया है. थाना प्रभारी के निर्देश पर आवेदन प्राप्त किया गया है.
जयंत पिछोड़े, एएसआई, थाना लालबर्रा