भरवेली मॉयल में काम कर रही निजी फर्म पर पीएफ कटौती में गड़बड़ी का आरोप, कलेक्ट्रेट में शिकायत करने पहुंचे मजदूर, निधि आपके निकट कार्यक्रम ना होने पर जताया असंतोष

बालाघाट. सरकार के खनिज मंत्रालय के अधिन काम कर रही मॉयल के अंतर्गत निजी फर्म काम कर रही है, जिसमंे निजी फर्माे द्वारा मजदूरों को काम पर रखा गया है. जिसमंे श्रम नियमों का पालन नहीं करने और मजदूरों का आर्थिक शोषण किये जाने का मामला प्रकाश मंे आया है. भरवेली मॉयल प्रबंधन के अंतर्गत काम कर रही मेसर्स गणेश इंटरप्राईजेस के मजदूरों ने पीएफ और हाजिरी में गड़बड़ी किये जाने की शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही की मांग प्रशासन से की हैं. खदान श्रमिक संगठन के महामंत्री रविकुमार शिववंशी के साथ मजदूरों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.

एक साल से ज्यादा समय से काम कर रहे मजदूर सुजीत सोनवाने ने बताया कि मॉयल प्रबंधन के अंतर्गत काम कर रही गणेश इंटरप्राईजेस में काम कर रहे मजदूरों का 12 प्रतिशत तय पीएफ काटे जाने के नियम के बावजूद कभी 16, कभी 20 तो कभी 22 प्रतिशत पीएफ काटा जा रहा है, वहीं मजदूरी की पूरी हाजिरी के बावजूद प्र्रतिमाह उनकी कम हाजिरी लगाई जा रही है, जो मजदूरों के साथ अन्याय है. इस मामले में प्रबंधन से बात करने पर वह केवल बाद में देख लेंगे, हो जायेगा जैसी बातों कर केवल आश्वासन दे रहे है लेकिन आज तक हमारी इस समस्या का निराकरण नहीं हो सका है. जिसके कारण आज वे साथियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर समस्या के निराकरण की मांग कर रहे है.

खदान श्रमिक संगठन के महामंत्री  रविकुमार शिववंशी ने बताया कि प्रतिमाह कलेक्ट्रेट में निधि आपके निकट, कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसमें पेंशन को लेकर सुनवाई की जाती है और फिर उसे हल किया जाता है. जिसकी जानकारी के बाद हम सभी भरवेली के ठेका श्रमिको की पीएफ समस्या को लेकर, कलेक्ट्रेट आये थे लेकिन पता चला कि निधि आपके निकट कार्यक्रम नहीं हो रहा है. तो फिर आखिर हम अपनी समस्या लेकर किसके पास जाये, कौन हमारी सुनवाई करेगा. मजदूरों की भविष्य निधि, मजदूरों को आकस्मिक समय में पैदा होने परिस्थिति का सहारा होती है, लेकिन जिस तरह से मॉयल में ठेका श्रमिकों का शोषण निजी फर्मो द्वारा किया जा रहा है, उससे हम पीएफ कमिश्नर को इसकी जानकारी देंगे और अपने अधिकार को लेकर रहेंगे.


Web Title : PRIVATE FIRM WORKING IN BHARVELI MOIL ACCUSED OF IRREGULARITIES IN PF DEDUCTION, WORKERS COMPLAIN TO COLLECTORATE, EXPRESS DISSATISFACTION OVER LACK OF PROGRAM NEAR NIDHI