डायवर्सन शुल्क नहीं चुकाने पर संपत्ति कुर्क, 15 दिन बाद होगी नीलामी, तहसीलदार ने कार्यवाही

बालाघाट. कलेक्टर के निर्देश पर जिले के प्रत्येक तहसील का अमला भू-मालिकों से डायवर्सन शुल्क वसुली की कार्यवाही कर रहा है. जिसको लेकर बकायादारों को राशि जमा करने के नोटिस के साथ ही कई बार अल्टीमेटम भी दे दिया है, बावजूद भू-मालिक अपना जमीन का डायवर्सन राशि जमा नहीं कर रहे है. जिसे वसुलने को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है. बालाघाट में पहली बार डायवर्सन शुल्क नहीं चुकाये जाने पर प्रशासनिक अधिकारी ने मौजा गायखुरी स्थित खसरा नंबर 221/1 रकबा 1. 032 खातेधार चंद्रकांता पति विनोद कुमार कोचर की जमीन को कुर्क कर लिया गया है. जिसकी निलामी आगामी 15 दिनों बाद कराये जाने के आदेश प्रशासनिक अधिकारी तहसीलदार द्वारा भूमि स्थल पर चस्पा कर दिया है. बालाघाट मंे डायवर्सन वसुली को लेकर प्रशासन की यह पहली कार्यवाही है, जिससे डायवर्सन शुल्क जमा नहीं करने वाले भू-मालिकों में हड़कम्प की स्थिति है. वहीं प्रशासनिक अधिकारी रामबाबु देवांगन ने साफ कर दिया है कि और भी ऐसे कई खातेधार है जिनका डायवर्सन शुल्क जमा नहीं कराया जा रहा है. जिसके खिलाफ ऐसी ही कार्यवाही आगामी दिनों में की जायेगी.

तहसीलदार रामबाबु देवांगन के अनुसार मौजा गायखुरी स्थित खसरा नंबर 221/1 रकबा 1. 032 खातेधार चंद्रकांता पति विनोद कुमार कोचर की जमीन पर लगभग 2 लाख 17 हजार 194 रूपये की डायवर्सन की राशि बकाया थी. जिसे चुकाये जाने के निर्देश भू-मालिक को दिये गये थे, लेकिन उनके द्वारा कोई राशि जमा नहीं किये जाने से यह कार्यवाही की गई है जो अन्य बकायादारों के खिलाफ भी राशि नहीं पटाये जाने पर की जायेगी.  

गौरतलब हो कि कलेक्टर के प्रत्येक एसडीएम और तहसीलदार को डायवर्सन की राशि वसुली के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये है. बालाघाट तहसील में ही लगभग 90 लाख रूपये की डायवर्सन राशि की वसुली की जानी है. जिस राशि की वसुली अभियान को एसडीएम के मार्गदर्शन में तहसीलदार रामबाबु देवांगन के नेतृत्व में चलाया जा रहा है, जिसके तहत अब तक लगभग 32 लाख रूपये वसुली जमा की जा चुकी है जो देखा जाये तो आधी राशि भी नहीं है, जिससे प्रशासन ने वसुली के लिए सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है. अब देखना है कि इस कार्यवाही के बाद डायवर्सन बकायादार अपनी राशि कब और कैसे जमा करते है अन्यथा उनके नाम भी कहीं इसी तरह से सार्वजनिक न हो जायें.


Web Title : PROPERTY ATTACHMENT ON NON PAYMENT OF DIVERSION FEE, 15 DAYS LATER AUCTION, TEHSILDAR PROCEEDING