सीनियर अधिवक्ता की कानूनी किताबों से ज्ञान हासिल करेंगे लॉ के विद्यार्थी, अधिवक्ता राव ने 25 लाख रूपए की कानूनी किताबों को महाविद्यालय को दिया दान

बालाघाट. जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के लॉ के विद्यार्थी, कानून का ज्ञान, कानूनी किताबों से हासिल करें. जो निश्चित ही उनके ज्ञानार्जन वृद्धि में सहायक होगी. बालाघाट के सीनियर अधिवक्ता एम. पी. राव (मैसूर प्राणेंद्र राव) ने तकरीबन 25 लाख रुपए कीमत की कानून से संबंधित किताबों को जटाशंकर त्रिवेदी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को दान कर दी है.

बालाघाट में जन्में और यहीं 56 -57 सालों तक वकालत करने वाले सीनियर अधिवक्ता एम. पी. राव के पूर्वज मूलतः मैसूर (कर्नाटक) के रहने वाले हैं, लेकिन उनकी पैदाईश बालाघाट में हुई और यही उनकी शिक्षा-दीक्षा पूरी हुई. उन्होंने सागर के हरीसिंह गौर विश्वद्यालय से कानून की पढ़ाई पूरी की और 1960 से लगातार बालाघाट जिला न्यायालय में वकालत की. अभी उनकी उम्र लगभग 89 वर्ष है. इस दौरान उन्होंने जो कानून की किताबें खरीदी उनमें ज्यादातर दुर्लभ किताबें हैं, जो अब प्रिंट होना बंद हो चुकी है. पीजी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य गोविंद सिरसाठे ने बताया कि राव साहब की लाइब्रेरी में कानून की 1447 किताबें हैं जिनकी कीमत लगभग 25 लाख रुपए है. ये किताबें ना सिर्फ लॉ के विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगी अपितु इस विषय पर पीएचडी करने वालों के बहुत काम आएंगी. सीनियर अधिवक्ता एम. पी. राव के छोटे भाई एम. वी. राव ने बताया कि किताबों को दान करने का निर्णय उनके बड़े भाई का है. वे, भाई के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित नजर आए और बातचीत करते हुए भावुक हो उठे.  


Web Title : LAW STUDENTS DONATE LEGAL BOOKS WORTH RS 25 LAKH TO COLLEGE