तेंदुपत्ता फड़ो की सुरक्षा में 500 से अधिक सुरक्षाबलों के जवान की तैनाती, आसपास के क्षेत्र में की जा रही विशेष सघन सर्चिंग

बालाघाट. ग्रामीण अंचलो को तेंदुपत्ता के मौसम में एक रोजगार मिलता है, जो जंगलो से तेदुपत्ता तोड़कर ठेकेदारों को देते है और उससे उन्हें आर्थिक लाभ प्राप्त होता है. उत्तर और दक्षिण उत्पादन के अंतर्गत, लक्ष्य तय कर तेंदुपत्ता का संग्रहण किया जा रहा है. तेंदुपत्ता सीजन, नक्सलियों के वसुली का एक बड़ा माध्यम होता है, लंबे समय से तेंदुपत्ता ठेकेदार, नक्सलियों के निशाने पर रहे है, पहले कभी, जो ठेकेदार, नक्सलियों की डिमांड पूरी नहीं करता था, नक्सली, उनके फड़ो को आग लगा देते थे, लेकिन विगत कुछ अरसे से इस पर रोक लगी है. जिसका प्रमुख कारण, तेंदुपत्ता तुड़ाई कार्य से बालाघाट पुलिस के वनविभाग के अधिकारी, ठेकेदारों और इसमें काम करने वाले फड़ मुंशियों के साथ सुरक्षा को लेकर बैठक करना है. हालांकि फिर भी नक्सलियों ने पूर्व में फड़ो में आगजनी की घटना को अंजाम दिया है, लेकिन वह उतना प्रभाव नहीं छोड़ सके, जो पहले कभी दिखा करता था. इस तेंदुपत्ता सीजन में भी बालाघाट पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार, नक्सलियों के तेंदुपत्ता ठेकेदारों से की जाने वाली अवैध वसुली पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए योजनाबद्व काम किया जा रहा हैं. जिसके तहत हॉकफोर्स, जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के 500 से अधिक जवानों केा तेंदुपत्ता फड़ो के आसपास सुरक्षा में लगाया गया है. जहां जवान ना केवल लगातार एरिया डॉमिनेशन कर रहे है, वहीं फड़ मुंशियों, तुड़ाई मजदूरां और ग्रामीणों से सुरक्षा को लेकर भी चर्चा कर रहे है. खासकर जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र लांजी, बैहर और परसवाड़ा में तेंदुपत्ता फड़ो की अतिरिक्त सुरक्षा को लेकर बालाघाट पुलिस, गंभीर है, यही कारण है कि सुरक्षा में लगे सुरक्षाबलों के जवान फड़ो के आसपास के जंगलो में विशेष सघन सर्चिंग अभियान चला रहे है. जिससे ठेकेदारों, फड़ मुंशियों और तुड़ाई मजदूर, भी सुरक्षित महसुस कर रहे है.  


Web Title : MORE THAN 500 SECURITY PERSONNEL DEPLOYED IN THE SECURITY OF TENDUPATTA PADO, SPECIAL INTENSIVE SEARCH IS BEING DONE IN THE SURROUNDING AREA