ड्राईंग में बार-बार बदलाव से सिंथेटिक हॉकी टर्फ बनने में हो रही देरी, प्रशासन समय-सीमा तय कर पूर्ण कराये मैदान का कार्य-पाठक, दिसंबर में ठेकेदार को मिली ड्राईंग

बालाघाट. शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान बनने में हो रही देरी से ना केवल जिले में प्रतिवर्ष होने वाली अखिल भारतीय हॉकी टूर्नामेंट विगत दो सालों से नहीं हो पा रहा है, वहीं हॉकी खिलाड़ियो के लिए अभ्यास करने कोई मैदान नहीं होने से हॉकी खिलाड़ियों निराश है. 7. 26 करोड़ रूपये से शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान के पूरे होने का सपना अब भी सपना बना है, और यह कब पूरा होगा, इसका भी कोई समय निर्धारित नहीं है, जिससे लगता है कि आगामी वर्ष 2023 जनवरी में सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान में हॉकी प्रतियोगिता संभव नहीं है, चूंकि पैवेलियन निर्माण की ड्राईंग में बार-बार बदलाव से फायनल ड्राईंग ठेकेदार सत्यनारायण अग्रवाल को बीते दिसंबर में मिली है, जिसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है, जो 11 महिनो में पूरा करना है, जिसके बाद सिंथेटिक हॉकी बिछाने का काम किया जायेगा, जिससे लगता नहीं है कि आगामी जनवरी 2023 तक यह कार्य पूरा हो पायेगा.

घोषणा के सालों बाद मिली थी राशि

शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान को लेकर विगत लंबे समय से अध्यक्षीय कार्यभार का निर्वहन कर रहे राजेश पाठक के नेतृत्व में नेहरू स्पोर्टिंग क्लब द्वारा शहीद चंद्रशेखर आजाद मैदान को सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान में बदलने की मांग की जा रही थी. जिसको लेकर जिलास्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक प्रयास किये गये. तत्कालीन समय में बैहर दौरे पर आये प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसकी घोषणा की थी. जिसके बाद शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान बनाने के लिए राशि मिलने ही सालों लग गये. जिसके बाद राशि मिली तो अब अब मैदान बनाने में देरी हो रही है, जिससे क्लब सहित खेलप्रेमियों में निराशा है.  

भूमिपूजन में किया गया था मैदान के शीघ्र निर्माण का वादा

7. 26 करोड़ की लागत से बनने वाले शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान का भूमिपूजन 10 मार्च 2021 को पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन के मुख्य आतिथ्य, जल संसाधन राज्यमंत्री एवं आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर कावरे की अध्यक्षता एवं पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अनिल धुवारे के विशेष आतिथ्य में किया गया था. मध्यप्रदेश पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम एवं मध्यप्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के माध्यम से बनने वाले शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान के गुणवत्तापूर्ण और जल्द बनने का दावा भरे मंच से जनप्रतिनिधियों और वक्ताओं ने किया था, लेकिन भूमिपूजन को 10 माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी महज पैवेलियन का कार्य प्रारंभ हो सका है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरा काम होने में कितनी देर लगेगी.

टेंडर और ड्राईंग में देरी बनी वजह

बताया जाता है कि शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान के निर्माण के लिए टेंडर और बार-बार ड्राईंग में बदलाव के कारण कार्य शुरू करने में देरी हुई है, ठेकेदार सत्यानारायण अग्रवाल की मानें तो पहले पूर्व निर्माण के डिसमेंटल का टेंडर किया गया, जिसके बाद पैवेलियन निर्माण का. वहीं बार-बार ड्राईंग बदली गई. जिससे न केवल समय ज्यादा लगा बल्कि लागत भी बढ़ गई है. चूंकि उन्होंने तत्कालीन दर से टेंडर लिया था, लेकिन अब महंगाई बढ़ जाने से वह स्वयं इस कार्य को लेकर इच्छुक नहीं थे, लेकिन सबके कहने पर वह काम कर रहे है और मुझे 11 महिने का समय है, इस दौरान उन्हें पैवेलियन में खिलाड़ियों के ठहरने, दर्शकों के बैठने की गैलरी का निर्माण करना है. मैदान में टर्फ बिछाने का काम मेरा नहीं है.  

टर्फ लगाने का काम का टेंडर पर भी असंमजस

बताया जाता है कि 7. 26 करोड़ की लागत से बनने वाले शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान में लगभग 2. 64 करोड़ से पैवलियन निर्माण का कार्य तो प्रारंभ कर दिया गया है और ठेकेदार के वादे अनुसार आगामी 11 माह में उसे पूरा कर दिया जायेगा, लेकिन सिंथेटिक हॉकी टर्फ का काम पुलिस हाउसिंग को करवाना है, जिसका टेंडर को लेकर भी असंमजस की स्थिति है, टेंडर लगा है या नहीं? कब लगेगा? यह ऐसे सवाल है, जिसका जवाब पुलिस हाउसिंग ही दे सकती है. लेकिन इस सबके बीच जिले की हॉकी कहीं रूक गई है.

सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान के निर्माण में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त कर चुके खेलप्रेमी

एक साल में बनने वाले शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान में हो रही देरी पर खेलप्रेमी एवं हॉकी से जुड़े लोग, अपनी चिंता व्यक्त कर चुके है. जहां नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के स्थापना दिवस पर आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने मैदान के नहीं बनने पर चिंता जाहिर की थी. वहीं नेहरू स्पोटिंग क्लब अध्यक्ष राजेश पाठक सहित संरक्षक अनिल धुवारे और ऋषभदास वैद्य ने भी देरी पर अपनी तीखी नाराजगी जाहिर की थी.

प्रशासन मैदान निर्माण की समय-सीमा तय करें-राजेश पाठक

नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष राजेश पाठक ने भी शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान बनने में हो रही देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस मामले में प्रशासन समय-सीमा तय कर मैदान का निर्माण पूरा करवाये, ताकि जिले के हॉकी खिलाड़ियों और खेलप्रेमियों को खेलने और खेल देखने का अवसर मिल सके. उन्होंने कहा कि भूमिपूजन के दौरान यह वादा किया गया था कि मैदान का निर्माण हो जायेगा, लेकिन दुर्भाग्यवश या तकनीकि समस्या कहे, पूरा नहीं हो सका है और जिस तरह से काम चल रहा है, उससे लगता नहीं है कि वह आगामी जनवरी में नेहरू स्पोर्टिंग क्लब द्वारा आयोजित की जाने वाली अखिल भारतीय हॉकी टूर्नामेंट तक पूरा हो सके. उन्होंने कहा कि जिले में खिलाड़ियों और खेलप्रेमियों की कमी नहीं है, हाल में आयोजित राज्यस्तरीय सीनियर महिला कबड्डी प्रतियोगिता, इसका जीवंत उदाहरण है, जहां न केवल पूरे प्रदेश से 6 सौ से ज्यादा महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. वहीं खेल देखने बड़ी संख्या में खेलप्रेमी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि शहीद चंद्रशेखर आजाद सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान बनाने में प्रदेश की सत्ता में रही दोनो ही पार्टियों का सहयोग रहा लेकिन जिस कच्छप गति से काम चल रहा है, उससे संघ, खिलाड़ियों और खेलप्रेमियो में निराशा है.


Web Title : REPEATED CHANGES IN DRAWING DELAY IN FORMATION OF SYNTHETIC HOCKEY TURF, ADMINISTRATION DEADLINE SLATED TO BE COMPLETED: READER, CONTRACTOR GETS DRAWING IN DECEMBER