ग्राम पंचायत मोहारा में नल जल योजना से परेशान ग्रामीण, सचिव कर रहे टालमटोल

लांजी. तहसील मुख्यालय अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मोहारा के ग्रामीण नल से पानी के लिए तरस रहे हैं उन्हें घर से दूर हेडपंप तक जाकर पानी की कमी को पूरा करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि काफी समय से नलों में पानी नहीं है और इसकी कई बार शिकायत ग्राम पंचायत सचिव को की जा चुकी है. बावजूद इसके मोहारा सचिव द्वारा इस बात से इंकार किया जा रहा है.

मोहारा सचिव राजेंद्र नखाते ने चर्चा में बताया कि बीच-बीच में तकनीकि खामियां होने से परेशानी आती है, लेकिन उसे सुधार लिया जाता है. मोहारा सचिव का कहना है की 2-4 दिनों के भीतर नलों में पानी के लिए मोटर सहित अन्य खामियां के दुरूस्तीकरण का कार्य मिस्त्री के माध्यम से करवा लिया जाता है.

जबकि ग्राम मोहारा के ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने चर्चा में बताया कि दीपावली के दौरान नवंबर 2020 से उनके घरों के नलों में पानी नहीं आया है और इस बारे में कई बार ग्राम पंचायत को शिकायत की गई, लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई. जिससे जहां एक और ग्रामीणों द्वारा लंबे अरसे तक पानी से वंचित रहने और पानी के लिए घरों से दूर कुएं से पानी लाने की समस्या से भी जूझ रहे तो वहीं दूसरी ओर सचिव का कहना है कि दो से चार बार नल-जल योजना बाधित रही और इसके लिए सरपंच के माध्यम से मरम्मत कार्य करवाया गया है. जिस कार्य का मजदूरी और बिल के जरिये भुगतान किया है.  

ग्रामीणों और सचिवांे के अलग-अलग दिये जा रहे बयान से यह समझ से परे है कि आखिर कौन झूठ बोल रहा है. सचिव राजेंद्र नखाते की मानें तो गांव में दो नल-जल योजना है. जिसके माध्यम से गांव को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. जबकि ग्रामीणों का कहना है कि पर्याप्त पानी वर्ष भर उपलब्ध नहीं करवाने के बावजूद उनसे जलकर की पूरी राशि वसूल की जाती है. इस मामले में जो जानकारी मिली है कि उसके अनुसार सचिव द्वारा नल-जल योजना के मरम्मतीकरण का कार्य करवा कर उसके बिल मजदूरी राशि से भुगतान किया जाता है, जो कहीं न कहीं वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है.


Web Title : RURAL, SECRETARY WHO IS TROUBLED BY TAP WATER SCHEME IN GRAM PANCHAYAT MOHARA