सुसाईड या हादसा, मालगाड़ी की चपेट में आया शख्स निकला मजदूर

बालाघाट. 12 फरवरी की रात्रि बंदरझिरिया में रेलवे ट्रेक पर ग्रामीण पुलिस ने एक शव बरामद किया था. जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं होने पर वह परिजनो के नहीं मिलने से अज्ञात ही था, बस उसके हाथ में दिलीप कुमार पटले गोदने से लिखा होने के कारण ग्रामीण पुलिस लगातार उसकी पतासाजी कर रही थी, वहीं सोशल मीडिया, अखबार और टीव्ही चैनलो में खबर के बाद आज सुबह अस्पताल पहुंचे परिजनों ने उसकी पहचान दिलीप पिता एंकाजी ठाकरे के रूप में की है. मूलतः वारासिवनी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नरोड़ी निवासी, विगत काफी समय से कोसमी के वार्ड क्रमांक 4 बालाजी नगर में पत्नी और एक बेटा, बेटी के साथ किराये के कमरे में निवासरत था.  

बहरहाल घटना दिनांक को दिलीप के रेलवे क्रार्सिंग करते समय ट्रेन की चपेट में आने से वह हादसे का शिकार हो गया था, या फिर उसने ट्रेन के सामने आकर सुसाईड किया है. यह जांच का विषय है. फिलहाल पुलिस ने परिजनों को मृतक के शिनाख्त के बाद उसके पोस्टमार्टम किये गये शव को सौंप दिया है. ग्रामीण पुलिस थाना उपनिरीक्षक कोमेन्द्र गौतम ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, परिजनों के बयान और जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि मृतक हादसे का शिकार हुए है, सुसाईड है.  


Web Title : SUICIDE OR ACCIDENT, THE MAN WHO WAS HIT BY THE GOODS TRAIN TURNED OUT TO BE A LABOURER