शिक्षा विभाग में कुछ लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की कार्य पद्धति से शिक्षक पीड़ित, कलेक्टर को राज्य कर्मचारी संघ ने की शिकायत

वारासिवनी. मंगलवार 11 अक्टूबर को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई में भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध राज्य कर्मचारी संघ वारासिवनी के संरक्षक प्रणय श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष पंचम हनवत एवं विकासखंड अध्यक्ष दिलेश खंडेलकर ने शिकायत सौंपी.

संरक्षक प्रणय श्रीवास्तव ने बताया कि एक सेवानिवृत्त सहायक शिक्षिका के वर्ष 2021 में ग्रेच्युटी राशि में से बिना पूर्व सूचना एवं कारण के अवैधानिक रूप से लगभग 74 हजार रुपये की कटौती कर लिए जाने के संबंध में आज दिनांक तक राशि वापस नहीं होने और संबंधित दोषी के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही न होने तथा एक अध्यापिका के मार्च 2022 के वेतन से आयकर की राशि लगभग 34000 चौंतीस हजार कटौती की जाने के बाद भी आयकर समायोजन नही होने के सम्बंध में लिखित शिकायत की गई.  जन सुनवाई के दौरान अपर कलेक्टर मरकाम सर ने त्वरित कार्यवाही करने के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय को मौके पर ही बुलाकर कड़े निर्देश दिये. जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने संघ के पदाधिकारियों को अतिशीघ्र अगली जन सुनवाई के पहले निराकरण कर दिए जाने का आश्वासन दिया है.

उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग में कुछ लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की विवादास्पद कार्य पद्धति के कारण अनेकों कर्मचारी, शिक्षक एवं सेवा निवृत्त शिक्षक पीड़ित हैं. जिनकी शिकायत संगठन को लगातार मिल रही है. संगठन द्वारा अतिशीघ्र समस्याओं को संग्रहित कर शिक्षा मंत्री को प्रेषित करेगा ताकि दोषी व्यक्तियों पर उचित कार्यवाही हो एवं पीड़ित को प्राकृतिक न्याय मिल सकें.


Web Title : TEACHERS SUFFER DUE TO WORKING METHOD OF SOME CLERICAL EMPLOYEES IN EDUCATION DEPARTMENT, STATE EMPLOYEES UNION COMPLAINS TO COLLECTOR