एक साथ जन्मे चारो बच्चों की हालत नाजुक, चिकित्सक रख रहे बच्चोें पर नजर

बालाघाट. समय से पहले और काफी कम वजन के एक साथ जन्मे चार बच्चों की हालत, अभी नाजुक बनी है, जिला चिकित्सालय के गहन शिशु चिकित्सा इकाई वार्ड में भर्ती बच्चों की देखरेख शिशुरोग चिकित्सक डॉ. निलय जैन और नर्सो द्वारा की जा रही है, वर्तमान में सभी बच्चे ऑक्सीजन में है. जिनकी ऑक्सीजन और शुगर लेवल लगातार कम होता जा रहा है.

गौरतलब हो कि किरनापुर क्षेत्र के जराही निवासी प्रीति मेश्राम ने अपनी पहले प्रसव में सीजर ऑपरेशन से एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया था, लेकिन बच्चों के वजन और उन्हें आ रही स्वास्थ्य समस्या के चलते, चारो ही बच्चों को जिला चिकित्सालय के गहन चिकित्सा शिशु इकाई वार्ड में भर्ती कराया गया है.

23 मई 2022 को जिला चिकित्सालय में किरनापुर तहसील के ग्राम जराही की 26 वर्षीय प्रीति नंदलाल मेश्राम ने एक साथ 04 बच्चों को जन्म दिया है. इनमे तीन लड़के एवं 01 लड़की शामिल है. यह बालाघाट जिले में अपनी तरह का पहला मामला है. जिसमें अस्वस्थ्य चारों बच्चों को जिला चिकित्सालय की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती रखा गया है, जहां चिकित्सक और स्टॉफ उनकी देखरेख कर रहा है.

बच्चों के स्वास्थ्य पर नजर रखे शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. निलय जैन ने बताया कि कम समय और कम वजन के पैदा होने से बच्चों का शुगर और ऑक्सीजन लेवल कम है, जिससे उन्हें वर्तमान में ऑक्सीजन प्रदान की जा रही है. जिनके टेस्ट के लिए ब्लड लिया गया है और उसे जांच के लिए भेजा गया है. अभी 72 घंटे कुछ नहीं कहा जा सकता है, वहीं बच्चोें की स्थिति को लेकर परिजनो को इसकी जानकारी दे दी गई है. उन्होंने बताया कि प्रसव से चार बच्चों के जन्म में दूसरे और तीसरे नंबर के बच्चे, अभी भी मूर्छा अवस्था में है. जिनकी देखरेख के लिए दो स्टॉफ नर्स को लगाया गया है, वहीं पूरी टीम बच्चों के स्वास्थ्य पर नजर बनाये हुए है. उन्होंने कहा कि औसतन जन्मे बच्चे का वजन लगभग ढाई किलो होना चाहिये. जो इससे कम वजन के बच्चे होते है, उनके साथ समस्या होती है. फिलहाल पूरा उपचार देकर बच्चोें को स्वास्थ करने को लेकर पूरी कोशिश की जा रही है.


Web Title : THE CONDITION OF ALL THE FOUR CHILDREN BORN TOGETHER IS CRITICAL, THE DOCTORS ARE KEEPING AN EYE ON THE CHILDREN.