चुनाव सुरक्षा को लेकर जिला छावनी में तब्दील, नक्सली क्षेत्र जिले को चुनाव मंे मिले 10 हजार से ज्यादा सुरक्षाबल

बालाघाट. नक्सल प्रभावित क्षेत्र बालाघाट जिले में बीते वर्षो में नक्सली उन्मूलन में पुलिस को मिली बड़ी सफलता से नक्सली, मुखबिरों की हत्या कर जिले में दहशत पैदा करना चाह रहे है, ताकि वह चुनाव को प्रभावित कर सके लेकिन पुलिस ने अपने मंसुबे साफ कर दिए है कि वह किसी भी कीमत में लोकतंत्र के इस उत्सव में नक्सली का मुंहतोड़ जवाब देगी. यही कारण है कि नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में बालाघाट पुलिस को मंशानुरूप चुनाव को निष्पक्ष, भयमुक्त और शांतिपूर्ण कराने के लिए 10 हजार से ज्यादा सुरक्षाबलों की खेप मिली है. जिसमें केन्द्रीय शस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कंपनियों का सुरक्षाबल मिला है.

बालाघाट पुलिस से मिली जानकारी अनुसार सीएपीएफ की 73 कंपनी, बीएसफ की 50 कंपनी और सीआरपीएफ की 23 कंपनियों प्रज्ञपत हो चुकी है. जिसमें बीएसएफ की 50 कंपनी और सीआरपीएफ की 23 कंपनियों के सुरक्षाबलो ने जिले में अपनी आमद दे दी है. इसके अलावा जिले में नक्सली उन्मूलन में तैनात  जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ और हॉकफोर्स के बल के अलावा होमगार्ड के एक हजार जवान और एसएएफ (विशेष सशस्त्र बल) के 300 अतिरिक्त बल भी जल्द ही फिल्ड पर तैनात होगा. जिससे चुनाव में जिला सुरक्षाबलों के घेरे में एक छावनी के रूप में दिखाई देगा. ताकि आम जनता निष्पक्ष, निर्भिक होकर शांतिपूर्ण मतदान कर सके. वहीं पुलिस आम लोगों में अपराधियों और नक्सलियों का भय दूर करने के लिए लगातार नक्सल और राजनैतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रो में फ्लैग मार्च निकालकर लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा कर रही है. बालाघाट पुलिस ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि बालाघाट पुलिस विश्वास दिलाती है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह हर तरह से तैयार है तथा चुनाव में जनता बढ़-चढ़कर हिस्स ले और अपने मताधिकार का प्रयोग निष्पक्ष और निर्भिक होकर करें, बालाघाट पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्व है.

चुनौतियों से सामना करने में पारंगत हो, यहां भी ऐसी ही आशा है

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने शुक्रवार को बैहर विधानसभा में सुरक्षा के लिए पहुंची केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया. परसामऊ में डीईओ डॉ. मिश्रा ने केंद्रीय रिजर्व बल को चुनौतियों के संबंध में अवगत कराया. उन्होंने कहा कि चुनौतियों से निपटने के लिए हमेशा बल तैयार रहता है. विधानसभा निर्वाचन के मद्देनजर बल को बुलाया गया है. यहां की चुनौतियां नक्सल है. जिले की बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा इससे प्रभावित है. ये पूरा क्षेत्र बैगा और गौंड जनजाति का है. यहां के 50 प्रतिशत मतदान केंद्र वनीय स्थलों में है. यहां का टॉस्क भी अनुशासित रूप से होगा, ऐसी अपेक्षा है.  


Web Title : OVER 10,000 SECURITY PERSONNEL DEPLOYED IN NAXAL AFFECTED AREAS