लघु कथा से किस पर निशाना साध गए मंत्री प्रहलाद पटेल, संघर्ष कभी मरता नहीं वह लौटकर आता है सिर पर

बालाघाट. जिले की नवनिर्वाचित प्रथम महिला सांसद भारती पारधी के अभिनंदन कार्यक्रम मंे बतौर प्रमुख अतिथि रूप में मौजूद, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम विभाग मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी सांसद भाभी भारती पारधी का अभिनंदन किया और उन्हें भाव के साथ काम करने की नसीहत देते हुए शुभकामनायें दी कि आप अपने कामों से ऐसी उंचाईयों को पाए कि लोग आपको याद रखे.  

अभिनंदन कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान मंत्री प्रहलाद पटेल ने एक लघु कथा यह बोलते हुए सुनाया कि वह जब पढ़ते है और परिस्थिति को देखते है तो एक कहानी उन्हें याद आती है, जिसमें एक बार संघर्ष करने वाले वाले व्यक्ति को बेहद ताकतवर ने गांव निकाला दे दिया. लोग खुश हो गए कि उन्हें बाहर कर दिया, लेकिन जैसे ही शाम हुई, सभी मित्र चौपाल पर एकत्रित हुए तो उस ताकतवर व्यक्ति के मित्र ने चौपाल पर कहा कि तुमने जीवन की सबसे बड़ी गलती की, ताकतवर ने पूछा क्या गलती की, मैं अपने पुत्र को अपना स्थान देना चाहता हुॅं, वह संघर्षशील व्यक्ति मेरे लिए सबसे बड़ा खतरा था, जिसमें मैंने गांव से बाहर कर दिया है, अब प्रतिस्पर्धा खत्म हो गई है. तब उसके मित्र ने कहा कि जो आसानी से पलता है, उसकी उम्र ज्यादा नहीं होती है, संघर्ष कभी मरता नहीं है, वह लौटकर तुम्हारे सिर पर ही आएगा. इसलिए जो संघर्ष से सफलता को मानते है तो अपना भरोसा खत्म मत करें, नियति कभी अन्याय नहीं करती है, यदि आपके माथे पर संघर्ष से सफलता लिखी है तो कोई भी ताकतवर, उस लकीर को मिटा नहीं सकता. ऐसा सबको सोचना चाहिए.

मंत्री प्रहलाद पटेल की इस लघुकथा के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे है. चूंकि राजनीति में कोई बात होती है तो उसका किसी ने किसी घटना या व्यक्ति से जुड़ाव होता है, लेकिन जिस साफगोई से बिना नाम लिए पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने बिना नाम लिए, शब्दों से जुबानी हमला बोला है, उसको लेकर अब चर्चा शुरू होने लगी है. चूंकि नवनिर्वाचित सांसद भारती पारधी, जिले में एक संघर्षशील महिला के रूप में देखी गई है, जिसे कई ताकतवारोें ने रोकने या कहे कि बाहर निकालने का काम किया है, ताकि वह अपनों को राजनीति में स्थापित कर सके लेकिन भारती पारधी का संघर्ष मरा नहीं बल्कि लौटकर उन्होंने वह पा लिया, जिसके लिए लोग लंबे समय से संघर्ष करते चले आ रहे है. जिले की भाजपा में राजनीति में लोग ताकतवर और मित्र के साथ संघर्षशील व्यक्ति को भी जानते है. जो समझ गए कि पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल, बिना नाम लिए किस पर जुबानी हमला कर गए.


Web Title : WHO DID MINISTER PRAHLAD PATEL TARGET WITH A SHORT STORY, THE STRUGGLE NEVER DIES, IT COMES BACK TO THE HEAD