बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर कार्यशाला का आयोजन

देवघर (बिजय कुमार, ब्यूरो, संथाल परगना) : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में पंचायत प्रशिक्षण केन्द्र जसीडीह में ’’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ अभियान पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटान उपायुक्त एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया.  

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही महत्वकांक्षी योजना बेटी बचाव बेटी पढ़ाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सुविधा देवघर जिला की बेटियों को दी जा रही है.  

आज महिलाओं की महत्ता हमारे समाज में लगातार बढ़ रही है. साथ हीं काफी दमदार तरीके से अपनी उपस्थिति भी दर्ज करा रही है. आज हम अपने आस-पास भी देख सकते है कि कैसे बेटियां हमारे देश को गौरवान्वित कर रही है. आज की महिलाएं देश, राज्य के विकास में बराबर की भागीदारी निभा रही है. साथ हीं अपना क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कर रही है. पूर्व की समय में ऐसा नहीं था.  

उस वक्त कई तरह की भ्रांतिय, कुरीतियों हमारे समाज में फैली थी उन सभी भ्रांतियों, कुरीतियों को दूर करते हुए आज की नारी विकास की नयी गाथा लिख रही है तथा अपने साथ-साथ पूरे समाज के विकास में अपनी सहभागिता निभा रही है. उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा बतलाया गया कि महिलाओं के आर्थिक स्तर से लेकर समाजिक स्तर में जो बदलाव आये है.  

उसमे विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं यथा- लक्ष्मी लाडली योजना, सुकन्या समृद्धि योजना एवं भु्रण परिक्षण नवजात बच्चियों को गर्भ में हत्या इत्यादि सरकार की नितियों का भी योगदान रहा है.

इन सब योजनाओं एवं सरकार के नितियों के बावजूद अभी और सुधार की गुंजाईश है, इस हेतु जरूरी है समाज में महिलाओं के प्रति सोच, नजरियों में बदलाव, लिंगानुपात मे वृद्धि इत्यादि के कार्यों को प्राथमिकता के साथ हम सभी को मिल जूल कर करना होगा तभी सही मायने में इस प्रकार के कार्यशाला का उद्देश्य सफल हो पाएगा.  

साथ ही राज्य सरकार केन्द्र सरकार एवं विभिन्न संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं का पूर्णरूपेन उपयोग करे. इसके अलावे उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि पुरूषों और महिलाओं के बीच किसी भी सामानता को आगे बढ़ा सकता है और समृद्ध भी बना सकता है. इसके लिए हम सभी को कृतसंकल्पित होकर पहले पढ़ायी फिर बिदायी के साथ-साथ बेटा बेटी एक समान शिक्षा व पर्याप्त पोषण दे.  

इसके अलावे उन्होंने बेटा बेटी में फर्क को समाप्त करने की पूरजोर अपील करते हुए कहा कि अगर बच्चिओं के साथ भेदभाव जारी रही तो लड़के और लड़कियों के बीच का चिंताजनक स्थिति तक पहुंच चुका अनुपात और भी गहरा हो जाएगा. बेटियों के साथ भेदभाव करना एक मानसिक बीमारी को दर्शाता है.  

उपायुक्त ने कहा कि अब तो यह भ्रम भी टूट चुका है कि बेटा बुढ़ापे का सहारा होता है. उन्होंने कहा आज ऐसे घर भड़े पड़े जहां माँ-बाप बेटे होने के बावजूद उनसे बहुत दुखी है जब कि ऐसे बहुत से घर है जहां बेटियां होने से माँ-बाप सुखी है, क्योंकि वे उनकी देखभाल करती है.  

उन्होंने कहा अगर बेटा बुढ़ापे का सहारा वाली बात सही होती तो पीछले 50 साल से वृद्धा आश्रमों की संख्या लगातार बढ़ती नही जाती. इसके अलावे उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं के अधिकार हेतु जो कानून बनाए गये है, उसे सख्ती से लागू करना होगा. तभी महिलाओं के अधिकारों की रक्षा हो पाएगी एवं आर्दश समाज की कल्पना को साकार कर पाएंगे.  

उपायुक्त द्वारा समाज कल्याण, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा  विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यशाला का आयोजन करना वाकय बहुत अच्छी बात है. साथ हीं उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से पूरे देवघरवासियों से से अपील करना चाहुंगा की पूराने कुरीतियों को समाप्त करते हुए बेटियों के लिए एक नया समाज बनाते हुए अन्य राज्यो के लिए उदाहरण पेश करे.  

कार्यक्रम में उपस्थित उप विकास आयुक्त सुशांत गौरव द्वारा बतलाया गया कि वर्तमान समय में महिलाओं की स्थिति को कम आंका जा रहा है, जो कि 20वीं सदी के हिसाब से बिल्कुल गलत है. आज बेटियां देश के हरेक क्षेत्र में अपना प्रचम लहरा रही हैं. बेटियों के अवाज को और भी बुलंद करने के साथ समाज में हो रहे भेद-भाव को खत्म करने की जरूरत है.  

इस कार्यशाला के माध्यम से आप सभी को बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाना है. इस तरह के कार्यशाल के माध्यम से हीं सहीं में हमारे समाज का सोच को बदलने की कोशिश लगातार की जा रही है. आज लोग बेटी के जन्म पर खुशीयां मना रहे है, मीठाइयां बाट रहे है.  

जरूरी है पूरे देश को मिलकर अपने नजरियें में बदलाव लाने की तभी हम अपने माताओं, बहनों, बेटियों को आगे बढ़ने हेतु एक सुरक्षित माहौल दे पाएंगे. एवं तभी सहीं मायने में उनका विकास संभव हो पाएगा. आगे इनके द्वारा कहा गया कि महिलाओं के उत्थान हेतु सिर्फ सरकार या विभाग की जिम्मेदारी नहीं है.  

इसमें हम सबकी भागीदारी महत्वपूर्ण है तभी हम अपने बहन-बेटियों को सुरक्षा के साथ-साथ आगे बढ़ने का मौका दे पाएंगे. कार्यशाला के माध्यम से उपायुक्त, उप विकास आयुक्त एवं उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा महिलाओं को केन्द्र एवं राज्य द्वारा प्रदान की गयी कानून, चाईल्ड हेल्प लाईन, उनके अधिकार, उन अधिकारों के संरक्षण आदि की भी जानकारी दी गयी.  

मौके पर उपरोक्त के अलावे अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर विशाल सागर, अनुमंडल पदाधिकारी, मधुपुर योगेन्द्र साव, प्रशिक्षु आईएएस हेमंत सत्ती, सिविल सर्जन कृष्ण कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी परमेश्वर मुण्डा, जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहन चन्द्र मुकिम, जिला शिक्षा अधीक्षक वीणा कुमारी, सभी प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे.


Web Title : WORKSHOP HELD ON BETI BACHAO BETI PADHAO CAMPAIGN