री-एडमिशन का मामला ठंडे बस्ते में, 33 स्कूलों ने नहीं सौपा ऑडिट रिपोर्ट

धनबाद : री-एडमिशनसमेत अन्य तरह के फीस लिए जाने का मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया है.

ऑडिट रिपोर्ट जमा करने की डेडलाइन फेल हो गई. मगर 33 स्कूलों ने समय सीमा के अंदर ऑडिट रिपोर्ट नहीं सौपा है.

उपायुक्त ने सभी विद्यालयों द्वारा मांगी गई जानकारी और ऑडिट रिपोर्ट की जांच एक टीम से कराने की बात कही थी.

हालांकि बैठक के पांच दिन बाद भी जांच टीम नहीं बनाई गई है. डीसी ने कहा था कि निजी स्कूल नो प्रोफिट-नो लॉस पर चलेंगे.

जानकारी नहीं देने वालों पर होगी कार्रवाई.

डीएसईबांके बिहारी सिंह ने बताया कि आरटीई और शुल्क संरचना की जांच के लिए निजी विद्यालयों से मांगी गई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाने वाले विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सक्षम अधिकारी को लिखा जाएगा.

आज से इस मामले की समीक्षा शुरू की जाएगी.

उपायुक्तकी अध्यक्षता में निजी विद्यालयों के प्राचार्यों की हुई बैठक में 11 प्वाइंट पर जानकारी देने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने 27 अप्रैल की डेडलाइन तय की थी.

हालांकि इस तारीख तक सिर्फ 20 स्कूलों ने ऑडिट रिपोर्ट समेत अन्य जानकारियां दीं. 33 स्कूलों ने कोई जानकारी नहीं दी.

इनमें डिनोबिली और कार्मेल ग्रुप के सभी स्कूल शामिल हैं.

इसके साथ ही जिले के 15 विद्यालयों को छोड़ कर शेष सभी विद्यालयों ने आरटीई के तहत मान्यता के लिए प्रपत्र एक भरकर डीएसई कार्यालय में जमा कर दिया है.

इन विद्यालयों में भी डिनोबिली, कार्मेल ग्रुप के सभी विद्यालयों के साथ साउथ प्वाइंट कान्वेंट पब्लिक स्कूल, गिनिया देवी पब्लिक स्कूल और जीजीपीएस धनबाद शामिल है.

 

सिर्फ 9 विद्यालयों ने लिया बीपीएल बच्चों का नामांकन

जिलाशिक्षा विभाग के मुताबिक, सत्र 2015-16 में जिले के 9 स्कूलों ने ही प्रवेश कक्षा में 25 प्रतिशत सीटों पर बीपीएल बच्चों का नामांकन लिया है.

ये हैं डीएवी पब्लिक स्कूल अलकुसा, डीएवी मॉडल स्कूल सीएफआरआई, डीएवी सेंट्रल पब्लिक स्कूल बनियाहीर, टाटा डीएवी स्कूल जामाडोबा, सरस्वती विद्या मंदिर भूलीनगर, सरस्वती विद्या बाघमारा, किड्स गार्डेन झरिया, टाटा डीएवी स्कूल जामाडोबा और डीएवी पब्लिक स्कूल महुदा. जिले में 53 निजी स्कूल हैं.

उन्हें आरटीई के तहत 25 प्रतिशत सीटों पर बीपीएल बच्चों का नामांकन लेना है.

Web Title : 33 SCHOOL NOT SUBMITTED AUDIT REPORT