फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले सिंडिकेट के तीन सदस्य गिरफ्तार

धनबाद : उपायुक्त, बीडीओ, सीओ, नगर निगम सहित अन्य सरकारी कार्यालयों का फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले एक संगठित गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार करके बड़ी कामयाबी हासिल की है. गिरोह के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में फर्जी प्रमाण पत्र, रबर स्टांप व अन्य सामान भी बरामद किया है.

एस संबंध में एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर पुलिस उपाधीक्षक (विधि व्यवस्था) डी.एन. बंका ने मीडिया को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक संगठित गिरोह उपायुक्त, बीडीओ, सीओ, नगर निगम सहित अन्य सरकारी कार्यालयों का फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का गोरख धंधा पिछले कई वर्षों से कर रहा है.

फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के एवज में गिरोह के सदस्य मोटी रकम भी वसूल कर रहे थे. डीएसपी ने बताया कि सूचना का सत्यापन अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने बुधवार को गिरोह के तीन सदस्य रजनीश कुमार, अनिल तिवारी तथा प्रमोद सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया.

उनके पास से पुलिस ने भारी मात्रा में फर्जी प्रमाण पत्र, विभिन्न सरकारी कार्यालय के फर्जी रबर स्टांप सहित अन्य सामान बरामद किया है. उन्होंने बताया कि गिरोह का सरगना रजनीश है. पेशे से रजनीश वकिल है और झाडुडीह में रहता है. वह फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के लिए लोगों को अपनी जाल में फंसाता था.

वहीं दूसरा आरोपी भिस्तीपाड़ा निवासी अनिल तिवारी, रजनीश का एजेंट है. वह तीसरे आरोपी प्रमोद तिवारी के साथ मिलकर फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत करता है. प्रमोद, पथराकुल्ही में रहता है और प्रज्ञा केन्द्र में है. प्रमोद के सहयोग से रजनीश और अनिल फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर मोटी रकम वसूल करते थे.

डीएसपी ने बताया जो लोग जनम प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, स्थानीयता प्रमाण पत्र आदि बनाने के लिए कोर्ट आते थे, रजनीश उनको अपनी जाल में फंसाकर शीघ्र प्रमाण पत्र निर्गत कराने का झंसा देता था. फिर वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत करता था.

गिरोह के सदस्यों को हर तरह के प्रमाण पत्र बनाने में इतनी महारथ हासिल थी कि वे असल प्रमाण पत्र के हू-ब-हू फर्जी प्रमाण पत्र बना डालते थे. यहां तक कि उनके द्वारा उपयोग किया गया रबर स्टांप भी हू-ब-हू असली जैसा लगता था. प्रमाण पत्र लेने वाला नकली प्रमाण पत्र को असली मानकर संतुष्ट होता था.

पुलिस अब जाली रबर स्टांप बनाने वालों पर भी अपना शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. रबर स्टांप बानाने वाले वैसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा जो बिना लिखित आदेश या सत्यापन किए सरकारी रबर स्टांप मात्र कुछ ही मिनटों में बना डालते हैं. वहीं गिरफ्तार तीनों आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने भा.द.वि. की धारा 406, 420, 467, 468, 471, 474 तथा 120बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

Web Title : ARRESTED THREE MEMBERS OF THE MAKING FAKE CERTIFICATES SYNDICATE