रैगिंग पर आइएसएम् छात्रों ने बनाई शोर्ट फिल्म

धनबाद : इंडियन स्कूल ऑफ़ माइंस के छात्रों पर रैगिंग का दहशत किस कदर व्याप्त है ये उन्ही के द्वारा बनाई गयी एक शॉर्ट फिल्म से महसूस किया जा सकता है. नसरुदीन शाह अभिनीत "ए वेडनेसडे" फिल्म के तर्ज पर आइएसएम  छात्रों ने ""ए वेडनेसडे इन आइएसएम्"  नाम की शॉर्ट फिल्म बना उसके माध्यम से रैगिंग के खौफ और अपनी पीड़ा का इजहार किया है. रैगिंग पर बनी यह शॉर्ट फिल्म छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है.  

 

ए वेडनसडे फिल्म पर आधारित है डायलोग

 

रैगिंग जैसी ज्वलंत मुद्दा पर बनी फिल्म "ए वेडनसडे इन आई एस एम" में नसरुद्दीन शाह की भूमिका निभाने वाले छात्र कलाकार का एक डायलॉग है -- "मैं वो हूँ, जो अंबर हॉस्टल या कैंटीन जाने से डरता हूँ . मैं वो हूँ जो कभी गोल्ड़न जुबली लेक्चरर थियेटर में फंसता हूँ तो कभी बाथरूम एवं दूसरी जगहों पर. स्लीपर या हाफ पेंट पहनने से डरता हूँ . डरता हूँ घर जाते वक्त ट्रैन में की कंही रैगिंग न हो जाय

 

फिल्म की छात्रों ने की है तारीफ़

आइएसएम के छात्रों ने रैगिंग जैसी ज्वलंत मुद्दा पर बनी इस फिल्म की तारीफ़ करते हुए कहा कि फिल्म के माध्यम से सीनियर और जूनियर के बीच के रिश्ते को दर्शाने का प्रयास किया गया है. कैम्पस में रैगिंग न हो इसका भी सन्देश देने का प्रयास किया गया है. छात्रो ने सीनियर से रैगिंग को मनोरंजन नही समझने की अपील की है. साथ ही छात्रों ने हाल में घटित रैगिंग की घटना के बाद प्रबंधन द्वारा उठाए गए कड़े कदम की भी तारीफ़ की है 

 

निर्देशक ने कहा फिल्म को अन्यथा में न ले

 

ए वेडनसडे इन आई एस एम के निर्देशक और आइएसएम के पूर्ववर्ती छात्र का कहना है कि रैगिंग के मुद्दे पर छात्रों को जागरूक बनाने के लिए इस फिल्म  किया गया था. जिसे अन्यथा में नहीं लिया जाना चाहिए 

 

Web Title : ISM STUDENTS MADE SHORT FILM ON RAGGING