जापानी बुखार जानलेवा, लेकिन डर से टीका नहीं लगा रहे बच्चों के परिजन – सीएस

धनबाद : धनबाद जिला स्वस्थ विभाग की तरफ से  दस अप्रैल से जापानी बुखार से बचाव के लिए एक से पंद्रह साल के बच्चो को टीकाकरण किया जा रहा है. लेकिन धनबाद में इसका कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है.

कई स्कूलों में अभिभावकों ने अपने बच्चो को यह टीका लगाने से मना कर दिया है. धनबाद के सीएस ने संवाददाता सम्मलेन कर यह जानकारी दी.

सीएस ने बताया कि जापानी बुखार बहुत तेजी से फैलता है और बरसात से पहले सभी बच्चो को यह टीका लगाने का लक्ष्य स्वास्थ विभाग की तरफ से रखा गया है लेकिन धनबाद के कई स्कुल अपने स्कुल केम्पस में यह टीका लगाने से मना कर दिया है.

फिलहाल अभी बच्चो को एक टीका पड़ना है. स्वास्थ विभाग की शिक्षा विभाग से इस विषय में वार्ता भी हुई थी.लेकिन लोगो को इस टीके को लेकर मन में डर है क्युकी यह टिका बच्चो को पहली बार पड़ने जा रहा है. 

विभाग की तरफ से दस अप्रैल 10 लाख चार हजार बच्चो को यह टीका देने का लक्ष रखा गया है. लेकिन अभी तक मात्र  64 हजार बच्चो को दिया गया है. सीएस ने बताया की जापानी बुखार सुअर  के कारण होता है.

वायरल के कारण यह बीमारी ज्यादा तेजी से फैलता है मच्छर भी इस बीमारी को फैलाने में अपनी भूमिका देते है. गिरिडीह में जापानी बुखार की शिकायत आई थी.

यह बुखार होने से ब्रेन में असर पड़ता है अगर यह बीमारी एक बार हो जायेगा तो ठीक नहीं होगा. वही सीएस ने बताया की यह टिका प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को मिला कर देना है. यह टीका पहली बार दिया जाने के कारण सभी लोगो के मन में डर है. टीका देने के अभियान में टीम में कुल 290 एमएम सामिल है.

Web Title : JAPANESE FEVER IS DEADLY BUT FAMILY OF CHILDREN NOT BEING CRITICIZED FEAR – CS