स्वच्छ धनबाद : आईएसएम के छात्रों ने धनबाद के दामन से सबसे गंदे शहर का दाग मिटाने का बीड़ा उठाया

धनबाद : सोमवार को शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जारी सर्वे रिपोर्ट में धनबाद देश के सर्वाधिक दस गंदे शहरों में सबसे शीर्ष पर है. पिछले दिनों शहरी विकास मंत्रालय द्वारा देश के चुनिंदा 73 शहरों का सर्वे कराया गया था. स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत योजनाएं पर क्या काम हुए, इसकी अद्यतन जानकारी के लिए पांच बिंदुओं पर शहरवासियों से सवाल किये गये और मंत्रालय की ओर से क्वालिटी ऑफ काउंसिल ने धनबाद में कुछ चिन्हित स्पॉट का ऑन लाइन सर्वे किया था. रिपोर्ट के आधार पर रैंकिंग जारी की गई है.

इंडीयन स्कूल ऑफ माइंस (आईएसएम) के छात्रों द्वारा संचालित संस्था ´TOWASO´ ने धनबाद के दामन से सबसे गंदे शहर का दाग मिटाने का बीड़ा उठाया है. टोटल वेस्ट सॉल्यूशन के तहत उन्होंने इस मिशन का नाम ´I AM HERE FOR THE CHANGE´ रखा है. पायलट प्रोजेक्ट में संसथान के छात्रों ने 300 घरों में स्वच्छता अभियान चलायेगी.

योजना की शुभारम्भ धनबाद के मेयर चन्द्रशेखर अग्रवाल एवं आईएसएम के डायरेक्टर डी. सी. पानिग्रिही ने  किया.

 

आई. एम हेयर फॉर द चेंज

टोटल वेस्ट सॉल्यूशन के टीम लीडर सौरभ का कहना है कि शहर की सूचि तो 15 फरवरी को आयी है, मगर हमारी तैयारी लगभग 1 साल से चल रही है.

शहर में सबसे अधिक कचरा घरों से निकलता है. शुरुआत में स्वच्छता अभियान 300 घरों में चलायी जायेगी. वे घर घर से कचरा उठायेंगे.

अगर सब कुछ सोच के मुताबिक़ रहा, आने वाले तीन महीनों के भीतर ही धनबाद को स्वच्छता के सबसे नीचले सूची से उठा कर टॉप टेन में ला खड़ा करेंगे.

यह अभियान कई मायनों अनोखा है. छात्र प्रत्येक घर से कचरा उठाने के लिए 60 रूपए मासिक शुल्क लेंगे.

बाद में इस कचरे का अपयोग खाद बनाने में किया जायेगा. बाद में इस खाद को बाजार में बेच दिया जायेगा.

TOWASO ने अपना वेबसाइट ´www.towaso.com´  जारी किया है, जहाँ पर धनबाद निवासी निकट भविष्य में रजिस्टर्ड कर इस सफाई अभियान से जुड़ सकते है. 

स्मार्टफोन यूजर के लिए एंड्राइड एप ´TOWASO´ बनाया गया है, जिस पर जब कचड़ा उठाने वाली ´GPS Tracker´ युक्त पिकअप वैन जब आपके घर से महज 4 मिनट की दुरी पर होगी तो एक अलर्ट मैसेज चला जाएगा.

 

टीम ´आई एम हेयर फॉर द चेंज´

टीम में कुल 27 सदस्य है, टीम का नेतृत्व आईएसएम के फाईनल ईयर के छात्र सौरभ कर रहे है. इसके अलाव एक पीके रॉय कॉलेज की पीजी (zoology) कर रही छात्रा आर एंड डी देख रही है और एसएसएलएनटी बीएससी (फिजिक्स) फाइनल ईयर की छात्रा इस्फात आरा ´HR´ देख रही है.

धनबाद की रियल स्टेट की अग्रिणी कंपनी ´99 Builder´ इस प्रोजेक्ट को फाइनेंस कर रही है.

 

मेयर ने साथ देने का दिया भरोसा

टीम के सदस्यों ने जब मेयर चंद्रशेखर से धनबाद स्टेशन से लेकर आईएसएम तक सफाई को सदा बरकरार रखने को कहा, ताकि बाहर से आने वाले लोगों के दिलों में शहर की छवि अच्छी हो.

मेयर ने भरोसा दिलाते हुए कहा की आप गाइडलाइन तैयार करें मेरा पूरा सहयोग आप लोगों का साथ रहेगा.

 

शहर की हकीकत

शहर के कुछ क्षेत्रों  को छोड़ सफाई व्यवस्था पूरी तरह नारकीय बनी हुई है. पिछले पांच साल में कचरा का डब्बा रखने की कहीं भी व्यवस्था नहीं की गयी. लिहाजा जहां तहां कचरा डंप फेका जाता है.

घर  से कचरा उठाने की बात तो दूर कभी सफाई मजदूर नजर नहीं आते हैं. ए टू जेड के  समय छह माह तक लोगों को डोर टू डोर कलेक्शन की सुविधा थी.

शौचालय की योजना  तो आयी लेकिन लूट खसोट में शौचालय का काम भी अधर में लटका हुआ है.

 

हम सुधरेंगे, शहर सुधरेगा

प्रधानमंत्री की स्वच्छता अभियान महज औपचारिकता बन कर रह गई है. जब इसकी शुरुआत में तो जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, एनजीवो, विभिन्न संस्था एवं लोगों ने खुल कर अभियान में शामिल हुए.

वक्त के साथ-साथ कुछ लोगों को छोड़कर अभियान फींकी पड़ने लगी. जिस जोश के साथ हम सभी ने स्वच्छता अभियान से जुड़े थे.

अगर वह जोश और जज्बा दिलों में बरकरार होता तो शायद हमारे शहर को सबसे गंदे शहर का तमंगा ना लगा होता.  

Web Title : MISSION CLEAN DHANBAD : ISM BATS FOR CLEAN DHANBAD