जमीन कारोबारी को ग्रामीणों ने पेड़ में बांधकर पीटा

बलियापुर : बलियापुरके गुलूडीह में जमीन कारोबारी को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. पीपल के पेड़ में बांध दिया. बांधने के बाद उसकी पिटाई की गयी.

इस तरह के दु:साहस की जानकारी बलियापुर थाने को लगी. थाना प्रभारी किशोर कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.

ग्रामीणों ने थाना प्रभारी के साथ भी बकझक की. प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जमीन कारोबारी को मुक्त कराया.

लिखित शिकायत के बाद करीब आधा दर्जन ग्रामीणों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया. मामला दर्ज होने के बाद ग्रामीणों में हड़कंप है.

 

जमीन मापी होते देख भड़के ग्रामीण

जानकारी के अनुसार धनबाद कोलाकुसुमा का रहने वाला हलधर दां नामक व्यक्ति जमीन का कारोबार करता है.

उसने मौजा निचितपुर खाता नंबर 21, प्लॉट नंबर 37 में 54 डिसमिल जमीन मिहिर मोदक, दिलीप मोदक, मनवरन मोदक से एग्रीमेंट कराया.

इसके एवज में उक्त सभी लोगों को तीन लाख रुपए का भुगतान किया.

शुक्रवार को उक्त जमीन की मापी करने वे पहुंचे थे. सचिन नामक अमीन नापी कार्य शुरू किया.

इसी बीच सुनील मोदक, स्वरूप मोदक आदि पहुंचे. उक्त जमीन को अपना बताया. उक्त लोगों के अनुसार जमीन से संबंधित डीड उनके पास है.

देखते-देखते मामला भड़क गया. उक्त लोगों ने ग्रामीणों के सहयोग से हरि मंदिर के पास पीपल के पेड़ में बांध दिया और पिटाई करने लगे.

 

किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं

इस संबंध में पूछे जाने पर डीएसपी सिंदरी रामांशकर सिंह ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.

लोगों की जो भी शिकायतें थीं प्रशासन के समक्ष रखनी चाहिए थीं. आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई निश्चित रूप से होगी. किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.

पीड़ित हलधर दां के बयान पर बलियापुर थाने में बस्ती के सुनील मोदक, स्वरूप मोदक, किस्टू मोदक, परिमल मोदक, बरन मोदक आदि के विरुद्ध शिकायत दर्ज की गई है. शिकायत के आलोक में पुलिस किसी वक्त भी उक्त आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है.

पेड़ में बांधकर मारपीट करने का मामला पूरे क्षेत्र में फैल गया. इस मामले को लोग कई दृष्टिकोण से देखने लगे.

मामले की तत्काल जानकारी बलियापुर थाना प्रभारी को मिली. पुलिस बिना समय गंवाए घटनास्थल पर पहुंची. ग्रामीण पुलिस के समक्ष खड़े हो गए. वे अपने तर्क पर कायम थे.

Web Title : VILLAGERS BEATEN LAND VENDERS AT BALIAPUR