कैंसर पीड़ित के मसीहा बने जेएम्एम् नेता

बरवाअड्डा : कहते है की मारने वाले से बड़े बचाने वाले का हाथ होता है.साथ ही भगवान किसी न किसी रूप में लोगो की मदद के लिए इसी धरती पर मौजूद रहते है. इसी तरह बरवाअड्डा के यादवपुर के रहने वाले एक कैंसर से पीड़ित युवक बुधन ने भी अपने जीने की उम्मीद छोड़ दी थी.लेकिन उसके लिए भगवान ने एक मसीहा को भेजा जिसकी मदद के बाद बुधन के जिंदगी का दिया फिर से जलने लगा है

 

बुधन के परिजनों ने छोड़ दी थी उम्मीद

 

26 साल के बुधन की जिंदगी में उस समय अँधेरा छा गया था जिस समय काफी दिन बीमार रहने के बाद डॉक्टर्स ने उसके परिजन को ये बताया था की बुधन को कैंसर है. ये जानने के बाद बुधन के घर में मानो मातम सा छा गया था.

बुधन के परिजनो को उनके हाथ से बुधन का हाथ निकलता दिख रहा था. क्योंकि बुधन के पिता खेती मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पाल रहे थे. और कैंसर के इलाज में आने वाले खर्च को उठाना उनके बस में नहीं था.

फिर भी जंहा तक हो सका उसके पिता और परिजनों ने आस नहीं छोड़ी और बुधन का इलाज करने के साथ आर्थिक मदद के किये सरकारी दफ्तरों के चक्कर भी काटते रहे.

मदद तो मिली लेकिन इतनी नहीं की वो अपने बेटे का इलाज करा सके.

 

मसीहा बनके आये दुर्योधन चौधरी

 

कई दिनों तक बुधन के इलाज के लिए दर बदर भटकने के बाद बुधन के परिजन अपनी सारी उम्मीद खो चुके थे. बुधन के कमर में कैंसर होने के कारण वह बिस्तर से भी नहीं उठ पा रहा था. इसी दौरान उनकी जिंदगी में दुर्योधन चौधरी नाम का एक मसीहा आया.और उसने बुधन के इलाज़ में आने वाला सारा खर्च उठाने का वादा किया.

दुर्योधन चौधरी ने अपने किये वादे के मुताबिक बुधन को तुरंत 10 जुलाई जमशेदपुर के मेहर बाई टाटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया जंहा उसका इलाज चल रहा है

 

इलाज से सुधरी बुधन की हालत

 

कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद बुधन की हालत में सुधार आये है. जो बुधन पहले बिस्तर पर बेजान बनकर सोया हुआ था वो अब बिस्तर पर उठ बैठ पा रहा है. बुधन के इलाज़ के लिए चल रही कीमोथेरेपी चिकित्सा जारी है. बुधन को चार केमो पड़ चूका है और दो केमो के बाद बुधन का स्वास्थय काफी हद तक सुधर जायेगा

 

 

 

 

 

 

 

Web Title : CANCER PATIENT BECAME THE ANGEL OFF JMM LEADER