ठेका प्रथा से शोषित हो रहे सफाई मजदूर - प्रेम कुमार डागर

धनबाद : केंद्र सरकार क़ानून के विपरीत जाकर उधोगपतियो से मिलकर सफाई कर्मियों का शोषण कर रही है. सरकार सफाई कर्मियों के पुनर्वास के सवाल पर करोडो रूपये खर्च तो कर रही है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.

ये बाते धनबाद सर्किट हॉउस में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार डागर ने पत्रकारों से रु-ब-रु हुए कही.

उनके साथ इस मौके पर संघ के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राजपाल महरुलिया ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम नगीना राम और प्रदेश अध्यक्ष गंगा वाल्मीकि भी मौजूद थे.

राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार डागर ने बताया की देश भर में ठेका प्रथा हावी है जिससे मजदूरों का भला नहीं हो रहा है बल्कि उनकी दो वक्त की रोजी रोटी पर भी आफत है.

 

55 सफाई मजदूरों के हित के लिए आरएलसी में केस

धनबाद आगमन के बारे में पूछे जाने पर प्रेम कुमार डागर ने बताया की बोकारो स्टील के 55 सफाई मजदूरों को नए ठेकेदार ने काम से बिठाकर नए कर्मियों को रख लिया था. तथा उनके पांच साल तक किये गए काम का भी कोई लेखा जोखा ठेकदार देने को तैयार नहीं था.

सफाई कर्मियों द्वारा शिकायत मिलने पर वो बोकारो स्टील जाकर वास्तविक स्थिति जानने के बाद कर्मियों के हीत के लिए धनबाद आरएलसी में कंपनी के विरुद्ध केस दर्ज कराया है

 

ठेका प्रथा बंद होने से ही सफाई कर्मियों का विकास संभव

प्रेम कुमार डागर ने सरकार पर सफाई कर्मियों का शोषण करने का आरोप लगते हुए ठेका प्रथा पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. उन्होंने बतया की ठेका प्रथा के द्वारा मजदूरों से उनका वाजिब हक़ छीना जा रहा है.

ठेका प्रथा पर प्रतिबंध लगने से ही सफाई कर्मियों का भला हो सकता है

Web Title : CLEANING WORKERS ARE EXPLOITED BY THE CONTRACT SYSTEM