प्रधानमंत्री के कैशलेस ट्रांजेक्शन के उद्देश्य को करना है साकार : उपायुक्त

धनबाद : देश से कालाधन को नेस्तनाबूद करने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने 8 नवंबर की रात 8 बजे पुराने 500 एवं एक हजार के नोट को अवैध करार घोषित कर दिया था. कालेधन को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री ने मंगलवार को ट्वीट कर कैशलेस ट्रांजेक्शन करने की भारत की जनता से अपील की थी. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज कैशलेस ट्रांजेक्शन को लेकर उपायुक्त ए. दोड्डे ने डीआरडीए सभागार में जिले के बैंकर्स तथा चेंबर प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की.

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि हम सबको मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कैशलेस ट्रांजेक्शन के उद्देश्य को साकार करना है. उन्होंने कहा कैशलेस ट्रांजेक्शन ही भविष्य की मांग है. उपायुक्त ने कहा कि आजकल 90 प्रतिशत लोगों के पास किसी न किसी बैंक का डेबिट या क्रेडिट कार्ड है. अब कार्ड के प्रयोग करने का समय आ गया है.

अब लोगों को इसके इस्तेमाल की आदत बनानी होगी. उपायुक्त ने बैंकर्स को निर्देश दिया कि कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए बैंक किसी भी ट्रेडर से मशीन का कोई चार्ज नहीं ले, मशीन को 2-3 दिन में उपलब्ध कराए तथा जबतक सरकार का निर्देश नहीं आता तबतक कैशलेस ट्रांजेक्शन पर कोई सरचार्ज लागू नहीं करें.

उपायुक्त ने कहा कि नोट बंदी के बाद आम जन-जिवन जरूर प्रभावित हुआ है. लेकिन अब कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए बैंक भी आगे आने लगे हैं और अपने ग्राहकों को इसका भरपूर उपयोग करने के लिए प्रेरित भी करने लगे हैं. कैशलेस ट्रांजेक्शन को और अधिक प्रभावित बनाने के लिए जिला प्रशासन ने जिले के बैंकर्स के साथ भी बैठक की है.

बैठक में उपस्थित विभिन्न चेंबर प्रतिनिधियों से आग्रह करते हुए उपायुक्त ने कहा कि व्यवसायियों को भी कैशलेस ट्रांजेक्शन का लाभ उठाना चाहिए. उन्हें आगे आकर इसका लाभ उठाना चाहिए. कहा कि प्रशासन, बैंकर्स और व्यवसायियों के संयुक्त प्रयास से धनबाद कैशलेस ट्रांजेक्शन करने वाला प्रथम शहर बन सकता है.

कुछ व्यवसायियों द्वारा बैंक के उदासीन रवैये पर उपायुक्त ने कहा कि ऐसे ट्रेडर्स अपना बैंक खाता किसी बेहतर सर्विस देने वाली बैंक में स्थानांतरित कर लें. इससे उदासीन रवैया अपनाने वाली बैंक के लिए यह सबक साबित होगा और ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए उनको बाध्य होना पड़ेगा.

कार्यक्रम में पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि जिले के कई पेट्रोल पंप ने कैशलेस ट्रांजेक्शन की सुविधा पहले से मुहैया करायी है. लेकिन अभी भी लोग इसका लाभ नहीं उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों में जागरुकता लाने की आवश्यकता है. कहा कि नोटबंदी के बाद 200-250 पंप ने कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए पेट्रोलियम कंपनियों को आवेदन दिया है.

कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक के असीम आनंद ने पावर पोइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से एसबीआई मोबाइल वॉलेट, एसबीआई बडी पर विस्तार से जानकारी दी. इसके अतिरिक्त उन्होंने पीएसटीएन, डेस्कटॉप जीपीआरएस, पोर्टेबल जीपीआरएस, एम पोस पर प्रकाश डाला.

उन्होंने बताया कि एसबीआई बडी के इस्तेमाल के लिए स्टेट बैंक में खाता होना जरूरी नहीं है. इस एप के माध्यम से कोई भी अपने को रजिस्टर कर बड़ी आसानी से दूसरे यूजर के साथ लेनदेन कर सकता है. कार्यक्रम में उपायुक्त ए. दोड्डे, प्रशिक्षु आईएएस माधवी मिश्रा, एडीएम (लॉ एण्ड ऑर्डर) राकेश कुमार दुबे, अपर नगर आयुक्त, निदेशक एनईपी, लीड बैंक मैनेजर सुबोध कुमार, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा सहित जिले के विभिन्न चेंबर के प्रतिनिधि तथा सदस्य उपस्थित थे.

Web Title : DC MEETING ON CASHLESS TRANSACTIONS