अंध विश्वास की भेट चढ़ा मासूम, बच्चे का शव गायब

राजगंज : राजगंज थाना क्षेत्र के दलुडीह पंचायत अन्तर्गत डकैया पहाड़ के समीप एक नवजात बच्चे का शव देखे जाने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई, बताया जा रहा है बच्चे के शव को लाल व सादे रंग के कपड़े से लपेटा गया था. घटना स्थल से. अमावश्या को एक दम्पति एवं ओझा को घटनास्थल के पास देखा गया था.


शव देखे जाने पर सनसनी फैली

बुधवार की सुबह दलुडीह पंचायत में उस वक्त सनसनी फैल गई जब पंचायत के हरिजन टोला और घटवार कुल्ही के कुछ लोगो ने जंगल में एक बच्चे का शव देखा, शव देखे जाने की बात फैलते-फैलते राजगंज बाजार तक पहुँच गई. सूचना पाकर जब सभी पत्रकार घटना स्थल पहुँचे तब तक शव गायब हो चुका था.

लेकिन घटना स्थल पर सादा कपड़ा, एक आसमानी रंग कि साड़ी, एक काला कपड़ा, पूजन के कुछ सामाग्री, सिन्दुर, सरपोश, धूना एवं जली हुई कुछ लकड़ियों के टुकडे इत्यदि मौजूद थे. इसके अलावा जिस लाल कपड़े में बच्चे के लिपटे होने की बात ग्रामिणो ने कही वह घटना स्थल से गायब था.


दो दिन पूर्व था अमावश्या

पास के ही पियरशाला टोला और ऊपरबंधा के कुछ लोगों ने मंगलवार को ही शव देखे जाने की बात कही लेकिन वह गाँव राजगंज बाजार से काफी दूर होने के कारण बात दब गई, उसी टोला के एक ग्रामिण ने नाम नहीं छापे जाने के शर्त में बताया कि अमावश्या के दिन एक दम्पति को ओझा के साथ घटनास्थल पर देखा गया था, उसने कहा कि अमावश्या को ही बच्चे की बलि दी गई होगी.


अमावश्या को ही बच्चे का हुआ होगा जन्म

क्षेत्र में यह भी अपवाह फैली हुई है कि हो सकता है अमावश्या को ही बच्चे का जन्म हुआ हो, और ओझा-गुणी द्वारा परिवार को डरा दिया गया हो, जिसके बाद बच्चे को उसके माँ-बाप ने वहाँ ले जाकर छोड दिया हो, लेकिन अगर ऐसा हुआ होता तो घटनास्थल से सिन्दुर, धुना सरपोश, पूजन सामग्राी इत्यादि कहाँ से आता.


कहाँ गया शव ?:

अगर शव मंगलवार से ही घटनास्थल पर मौजूद था और बुधवार की सुबह तक लोगों ने शव देखे जाने की बात कही तो दोपहर तक शव कहाँ गायब हो गया. कुछ लोगों का कहना हैं कि बात फैलने के डर से उसके परिवार वाले ने ही उसे कहीं दफना दिया होगा.


कैसे बचा दो दिन तक जानवरो से : - घने जंगल में होने के बावजूद जंगली जानवरो से दो दिन तक शव को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया जाना भी आश्चर्य कि बात हैं.
लकड़ी लाने गए लोगों ने पहली बार देखा था शव : - पहली बार गाँव के लोग जब लकडी लाने के लिए जंगल गए थें उसी क्रम में शव को देखा था. इसकी एक वजह यह भी है कि ठीक जंगल जाने के रस्ते में ही शव पडा हुआ था.


सोच करने गए लोगो ने देखा दूसरी बार : - गाँव के कुछ लोग बुधवार सुबह जब सोच करने गए थें तभी शव को देखे जाने की बात कह रहे हैं.


घटना स्थल पर कटा हुआ पेड़ : - घटना स्थल से कुछ ही दूर में एक कटा हुआ पेड पड़ा हैं, जिसे देखकर ऐसा लग रहा है जैसे आज ही कुछ लोगो ने उसे काटा हो लेकिन उसके बाद उसकी नजर बच्चे के शव पर पड़ गई होगी जिसके बाद वह वहाँ से कटे हुए पेड को छोड़कर भाग गया होगा.


घटना ने पुरे क्षेत्र को झगझोर कर रख दिया है कुछ लोग इसे अंध विश्वास की वली बता रहे है तो कुछ लोग बच्चे के पैदा होने के दिन को लेकर तरह तरह की बात कर रहे है.
यह तो जाँच का विषय है की ग्रामीण सच बोल रहे है या यह सिर्फ एक अफवाह है ? अगर ग्रामीणो की बातो में जरा भी सच्चाई हुई तो घटना स्थल पर मौजूद पूजन सामग्रियों को देख कर यही लगता है की अंध विश्वास की ही भेट चढ़ा होगा मासूम. किन्तु पुलिस घटना स्थल पर नहीं पहुंची थी.

Web Title : DEATH OF INNOCENT CHILD CHILDS DEAD BODY MISSING