रेल अभियंता संघ का धरना

धनबाद : सातवें वेतन आयोग द्धारा दिये गए अनुशंसा के विरोध में अखिल भारतीय रेल अभियंता संघ के बैनर तले आज पुर्व मध्य रेल धनबाद मंडल के सभी अभियंताओ ने डीआरएम कार्यालय के मुख्य दरवाजे पर धरना दिया एवं डीआरएम को 27 सुत्री मांगपत्र सौंपा. इस सम्बंध में पुर्व मध्य रेल इंजिनियर्स एसोसियेशन के अध्यक्ष आरके सिंह ने कहा कि सातवां वेंतन आयोग त्रुटि पुर्ण है रेलवे के इस गलत निति के कारण जुनियर इंजीनियर एवं सीनियर सेक्शन इंजीनियर निराश है , और रेलवे के इस निति से रेल सुरक्षा पर बुरा असर पड़ने का खतरा है.

धरना पर बैठे संघीय पदाधिकारियो ने कहा कि रेलवे में एक डिप्लोमाधारी नर्स एवं एक ग्रेजुएट इंजीनियर एक समान वेतन पर होते है इतना ही नही नर्स को अपने सेवाकाल में दो सुनिश्चत पदोन्नति दी जाती है जब्कि एक ग्रजुएट इंजीनियर को एक भी प्रोन्नति नही मिलती है. सातवें वेतन आयोग ने इन सभी विसंगतियो की अनदेखी की है.

इस एक दिवसीय धरना के माण्यम से संघ ने रेल प्रबन्धन को चेतावनी दी है कि अगर रेलवे बोर्ड द्धारा जल्दी कोई सकारात्मक कदम नही उठाया गया तो वर्ष 2015 की तरह एक बार फीर से देश भर के 80000 रेल इंजीनियर्स सामूहिक अवकाश पर जायेंगे और नियमानुसार कार्यपद्धति अपनाने को विवश होंगे.

संघ की 27 सुत्री मांगो में समय सीमा के भीतर जुनियर इंजीनियर को जुनियर एडमीनिश्ट्रेटिव ग्रेड आफिसर के पद पर प्रमोशन दिया जाय , रेलवे के सभी अभियंताओ को 30 प्रतिशत ग्रांड टेकनिकल भत्ता दिया जाय , सभी रेलवे कर्मीयो को 20 लाख दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाय , ई टिकट सुविधा का लाभ मिले आदि शामिल रही.

Web Title : DHRANA OF RAILWAY ENGINEER UNION