ढूल्लू विवाद की वजह से जताई अनभिज्ञता, डीडीपीएन और एटक की वार्ता के बाद बंदी समाप्त

धनबाद : रूसीकंपनी आईजेड कॉरटेक्स के मैनेजर आंद्रे सिंगपिन सोमवार को ब्लॉक टू क्षेत्र पहुंचे और बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो प्रकरण में सारा ठीकरा अपनी अधीनस्थ कंपनी डीडीपीएन के सिर फोड़ दिया.

उन्होंने ब्लॉक टू क्षेत्रीय कार्यालय में पत्रकारों को बताया कि फिलहाल जो स्थिति पैदा हुआ है, उसका कारण डीडीपीएन कंपनी है. इसमें रूसी कंपनी का कोई लेना-देना नहीं है. अधीनस्थ कंपनी डीडीपीएन के द्वारा मिली शिकायत के आधार पर रूस के दूतावास तथा राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया था.

डीडीपीएन कंपनी के कार्यस्थल में उत्पन्न विवाद का कारण क्या है, विवाद के पीछे कौन लोग हैं, इसके बारे में उन्हें या कंपनी के अन्य अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं है. डीडीपीएन और एटक की वार्ता के बादबंदी समाप्त हो गई. इधरडीडीपीएन कंपनी प्रबंधन तथा एटक के बीच हुई सकारात्मक वार्ता के बाद बंदी समाप्त कर दी गई.

इस दौरान हाई पावर कमेटी द्वारा निर्धारित वेतन तथा स्थानीय बेरोजगारों को नियोजन देने संबंधी समस्या का समाधान एक माह के अंदर करने, मजदूरों से आठ घंटा काम लेने सहित छह सूत्री मांगों पर सहमति बनी.

वार्ता में कंपनी की ओर से आरके वर्मा, बबलू उपाध्याय, एसएस पांडेय तथा यूनियन की ओर से तुलसी साव, गिरीश चंद्र शर्मा आदि मौजूद थे. रविवार को डीसी केएन झा एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली थी.

Web Title : EXPRESSED IGNORANCE ABOUT CAUSE OF DULLU CONTROVERSY