34 करोड़ बढ़ी डेको ग्रुप की ब्लैक मनी

धनबाद : साढ़े तीन साल में धनबाद इंजीनियरिंग कंपनी (डेको) समूह का काला धन 34 करोड़ रुपए बढ़ गया. यह खुलासा आयकर जांच में हुआ. डेको समूह के ठिकानों पर अगस्त 2012 में भी आयकर विभाग ने दबिश दी थी. इस दौरान समूह के संचालकों ने 28 करोड़ का काला धन होने की बात कबूल करते हुए टैक्स की अदायगी की थी.

इधर, बुधवार-गुरुवार को हुए रेड के बाद आयकर अधिकारियों के समक्ष डेको समूह के संचालकों ने स्वीकार किया कि उनके पास 62 करोड़ रुपए की ब्लैक मनी है. इस राशि-संपत्ति की घोषणा उन्होंने इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं किया है. हालांकि विभाग उनके इस स्वीकारानामा पर इत्तेफाक नहीं रखता. आयकर अधिकारियों के अनुसार समूह के पास 62 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति हो सकती है.

इसकी पड़ताल के लिए उनके ठिकानों से जब्त दस्तावेज की स्क्रूटनी शुरू की गई. डेको के मुख्य सर्वे-सर्वा मनोज अग्रवाल हैं, जबकि साझीदार के रूप में उनके रिश्तेदार रवि अग्रवाल, हर्ष अग्रवाल समेत अन्य शामिल हैं. वहीं इस ग्रुप से संबंद्ध ब्लैक डायमंड नामक फर्म के मालिक आलोक खेतान और अशोक खेतान से है. ब्लैक डायमंड ही डेको को बारूद की आपूर्ति करता है.

इस समूह का सालाना टर्नओवर लगभग 450 करोड़ है. वहीं रामायण निवास ने आयकर अधिकारियों से कहा कि उसके पास 16 करोड़ का काला धन है. इस पर टैक्स अदायगी का ऑफर विभाग ने ठुकरा दिया है. दिवंगत सुरेश सिंह की कंपनी एसजी प्रोजेक्ट उनसे जुड़े एसोसिएट्स ने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने रिटर्न में 16 करोड़ की संपत्ति घोषित नहीं की है.

विभाग चाहे तो इस राशि का जो टैक्स बनता है, वे वसूल लें. विभाग ने एसजी से जुड़े कारोबार, संपत्ति, निवेश के दस्तावेज समेत अन्य चीजों की स्क्रूटनी में जुटा हुआ है. एसजी प्रोजेक्ट की देखरेख अजय सिंह और संजय सिंह कर रहे हैं.

Web Title : GREW 34 CRORE BLACK MONEY OF DECO GROUP