पॉलटेक्निक से अगवा हुआ हरेंदर पन्द्रह घंटे बाद लौटा, आतंकी फंडिंग में आ चूका है नाम

धनबाद : पॉलटेक्निक के पास से शुक्रवार को अपहृत हुआ हरेंदर साव करीब पंद्रह घंटे बाद नाटकीय ढंग से छुटकर अपने माता पिता के साथ धनबाद थाणे पंहुचा. उसके थाना पहुंचने के बाद पुलिस का खोज अभियान खत्म हो गया.

इस बीच डीएसपी विधि व्यवस्था नवल शर्मा ने दो घंटे तक हरेंद्र से पूछताछ की.

बता दे की हरेंदर वाही शख्स है जिसका नाम वर्ष 2013 में आतंकी संगठन को फंडिंग करने में सामने आया था.

थाने में हरेंद्र ने बताया कि वह अपनी बाइक से क्रिकेट खेलने जा रहा था. पॉलिटेक्निक से आगे बढ़ने पर उसकी टक्कर एक स्कार्पियो से हो गई जिससे स्कार्पियों क्षतिग्रस्त हो गई. स्कार्पियो में सवार युवकों ने उसके साथ मारपीट की और उसे गाड़ी में बिठाकर पांडरपाला होते हुए शक्ति चौक तक ले गए.

वहां उसे गाड़ी से उतार दिया गया. वह किसी प्रकार सरायढेला स्थित अपने घर पहुंचा और रात में थाना आया. डीएसपी शर्मा ने कहा नावाडीह में उसकी राशन दुकान है.

इसके अलावा बगुला बस्ती में भी पुराना मकान है. हाल ही में उसने सरायढेला में घर बनाया है. वैसे वह कुछ साफ-साफ नहीं बता रहा है. पुलिस उसे हिरासत में लेकर आगे भी पूछताछ करेगी.

सूत्रों की मानें तो वर्ष 2013 में पटना, बिहारशरीफ और नालंदा समेत लखीसराय के आइसीआइसीआइ बैंक, फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक, सेंट्रल बैंक, एसबीआइ, कर्नाटक बैंक आदि से बड़े पैमाने पर राशि की निकासी और लेन देन किया गया था.

एनआइए व लखी सराय पुलिस ने सभी खातों की छानबीन की थी. लखीसराय में युवकों के बैंक खाते से आतंकी संगठन के पैसे का हस्तांतरण करने की बात सामने आयी थी

Web Title : HARINDER WHO WAS KIDNAPPED FROM POLYTECHNIC RETURNED TERRORIST FUNDING HAS COME IN THE NAME